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    राष्ट्रपति मून जे इन

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने सोमवार को आग्रह किया कि “जल्द ही अमेरिका और उत्तर कोरिया को परमाणु निरस्त्रीकरण के बाबत बातचीत शुरू कर देनी चाहिए।” बीते सप्ताह हनोई में दोनों नेताओं की बातचीत बिना की समझौते के खत्म हो गयी थी।

    अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच शांतिवादी छवि को अख्तियार करने वाले मून जे इन अधिकारीयों को उच्च स्तरीय बैठक में घटित की जानकारी जुटाने को कहा है और भविष्यवाणी की कि जल्द ही समझौता मुमकिन होगा।

    टाइम के मुताबिक सीओल में सुरक्षा मीटिंग के दौरान मून जे इन ने कहा कि “मुझे उम्मीद है कि दोनों देश वार्ता जारी रखेंगे और दोनों देशों के नेता किसी समझौते तक पंहुचने के लिए जल्द मुलाकात करेंगे, जो इस समय टाल दिया गया था।”

    उन्होंने कहा कि “मुझे यकीन है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया की वार्ता एक समझौते पर जरूर जाकर टिकेगी। मैंने अमेरिका और उत्तर कोरिया की बातचीत को बहाल करने के लिए अधिकारीयों को कड़ी मेहनत करने की हिदायत दे दी है, बातचीत में लम्बा गतिरोध और अनुपस्थिति हमारे हित में नहीं है।”

    उत्तर कोरिया से 100 किलोमीटर दूरी पर स्थित योंगब्योन देश के परमाणु रिएक्टर का घर है और यह उत्तर के परमाणु कार्यक्रम में प्लूटोनियम का एकमात्र स्त्रोत है। वियतनाम की राजधानी हनोई में किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प मध्य दूसरे शिखर सम्मलेन का आयोजन हुआ था,जो असफल रहा और बगैर समझौते के कार्यक्रम समाप्त हो गया था।

    एनबीसी ने बताया कि अक्सर बसंत में आयोजित फॉल ईगल ड्रिल को खत्म किया जा रहा है। दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच फॉल ईगल सबसे बड़ा नियमित संयुक्त अभ्यास है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ दूसरे शिखर सम्मलेन में वह किसी समझौते पर नहीं पंहुच पाएं  हैं। क्योंकि मैं “उत्तर कोरिया पर लगे सभी प्रतिबंधों को हटाने के पक्ष में नहीं था।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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