उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में कहा कि अमेरिका परमाणु निरस्त्रीकरण से पूर्व उत्तर कोरिया का भरोसा कायम रखने के लिए कदम उठाये। अमेरिका पर यकीन न हो पाना उत्तर कोरिया के राष्ट्र हित में नहीं होगा।
उत्तर कोरिया की सरकार परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन अमेरिका को हमे उन पर भरोसा रखने के लिए यकीन दिलाना होगा।
कोरियाई पेनिन्सुला में शांति और सुरक्षा के विषय में चर्चा उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच सिंगापुर की ऐतिहासिक बैठक के दौरान हुई थी।
उन्होंने कहा दोनों देशों के मध्य भरोसे की कमी सिंगापुर में दोनों राष्ट्रों के द्वारा दिए गये पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के साझे बयान की नाकामी की वजह बन सकता है।
उन्होंने कहा उत्तर कोरिया इस साझे बयान को अमलीजामा पहनाने के लिए भरोसे के नींव रख रहा है। साथ ही उन्होंने कहा इसके लिए नार्थ कोरिया ने परमाणु परिक्षण इलाके में परमाणु और मिसाइल टेस्ट पर रोक लगा रखी है।
उन्होंने कहा अमेरिका की तरफ से पेनिनसुला में शांति और सुरक्षा के मद्देनज़र कदम नहीं उठाये जा रहे हैं जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा अमेरिका प्रतिबन्ध जारी रखकर परमाणु निरस्त्रीकरण पहले करने का दबाव बना रहा है।
उन्होंने कहा नार्थ कोरिया के कंधो पर प्रतिबन्ध का बोझ हमे नज़रंदाज़ करने वालों के लिए सही साबित हो रहा है लेकिन अमेरिका पर कायम हमारा यकीन डगमगा रहा है।
उन्होंने कहा अमेरिका को उत्तर कोरिया के साथ सम्बन्ध सुधारने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को पूर्ण करना चाहिए। उन्हें ईमानदारी से राष्ट्रहित के लिए फैसले लेने चाहिए।
डोनाल्ड ट्रम्प ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के साथ बैठक के बाद कहा था कि उत्तर कोरिया और अमेरिका जल्द ही दुसरे शिखर सम्मलेन में शिरकत करेंगे। अमेरिकी विदेश सचिव माइक पोम्पेओ दूसरी मुलाकात पर स्टांप लगाने के लिए अगले माह उत्तर कोरिया के दौरा करेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग के साहस के लिए उन्होंने शुक्रिया कहा था लेकिन साथ ही परमाणु निरस्त्रीकरण के बाद बाकी बचे कई मुद्दों पर कार्य करने के लिए भी आगाह किया था।