अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के नेता के साथ परमाणु संधि का बचाव करते हुए कहा कि पियोंयांग ने वांशिगटन को कुछ नहीं दिया लेकिन वह जून में सिंगापुर शिखर सम्मलेन की पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की बात पर अटल है।
संयुक्त राष्ट्र सभा के दौरान पत्रकारों से मुखातिब हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उत्तर कोरिया का शासक संधि चाहता है। अमेरिका के नार्थ कोरिया पर लगाए प्रतिबन्ध जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा हमारे बीच बेहद मधुर रिश्ते हैं। उन्होंने कहा किम जोंग उन संधि चाहता है, और मुझे संधि करने में ख़ुशी होगी।
संधि की समयसीमा के बाबत उन्होंने बताया कि जब दोनों नेता अपने पक्षों पर ठहर जायेंगे। उन्होंने कहा वह कोई वक़्त का खेल नही खेल रहे हैं।
कुछ दशकों से उत्तर कोरिया का निरंतर हथियारों के परिक्षण से दक्षिण कोरिया और अमेरिका के मन में युद्ध का भय था। डोनाल्ड ट्रम्प के वरिष्ठ कूटनीतिक माइक पोम्पेओ अगले माह अमरीकी राष्ट्रपति और उत्तर कोरिया के नेता की दूसरी मुलाकात के लिए पियोंगयांग का दौरा करेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने सिंगापुर सम्मलेन में अमेरिका की दक्षिण कोरिया के साथ सालाना सैन्य मिलिट्री ड्रिल को मना कर दिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को कहा कि वह एक लम्बे अंतराल से इसकी उच्च लागत के कारण इस सैन्य अभ्यास को रोकना चाहते थे।
उन्होंने कहा अगर जरुरत हुई तो इसे दोबारा शुरू करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति न बनते तो जंग निश्चित थी। उन्होंने कहा माइक पोम्पेओ की उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री से सकारात्मक बातचीत हुई।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपती ने कहा की बेहतर रणनीति ने युद्ध के बदल हटा दिए। उत्तर कोरिया ने कोरियाई युद्ध के अंत की अधिकारिक पुष्टि करने की मांग की है। यह युद्ध साल 1953 में समाप्त हुआ था हालांकि दोनों देशों के बीच कोई शांति समझौता नहीं हुआ था।
रूस और अन्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में ईरान के साथ हुई संधि को खत्म न करने का पक्ष लिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना किसी की सुने अमेरिका को इस समझौते से बाहर निकल लिया। अमेरिका अब उत्तर कोरिया के साथ परमाणु संधि की फ़िराक में है।