अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वह अमेरिकी को कमतर नहीं आंके। अमेरिका जरूरत पड़ने पर उत्तर कोरिया के खिलाफ सैन्य ताकत का इस्तेमाल भी कर सकता है। लेकिन साथ ही में नरमी दिखाते हुए यह बयान भी दिया कि उत्तर कोरिया को परमाणु कार्यक्रम को बंद कर देना चाहिए व शांति बनाए रखनी चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में नेशनल एसेंबली को संबोधित कर रहे थे। उनके साथ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन भी साथ थे। ट्रंप ने कहा कि वो तानाशाह के अत्याचारों से लाखों लोगों को बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
वहीं दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति का मानना है कि युद्ध होने से देश को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए मून ने राजनियक वार्ता का समर्थन किया।
उत्तर कोरिया के खिलाफ एकजुट हो सभी देश
ट्रंप ने उत्तर कोरिया को ललकारते हुए कहा कि अमेरिका प्योंगयांग के परमाणु खतरे के खिलाफ खुद की और अपने सहयोगियों की रक्षा करेगा। ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया हमारी ताकत को आजमाने की कोशिश न करे। ट्रंप ने दुनिया के अन्य देशों से अपील करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया के खिलाफ सभी को एकजुट होना चाहिए।
साथ ही कहा कि उत्तर कोरिया को किसी भी तरह की दी जा रही सहायता व व्यापार को तत्काल बंद कर देना चाहिए। इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि चीन हमेशा से मददगार की भूमिका में रहा है। उत्तर कोरिया के मुद्दे पर भी चीन व रूस से सहायता की उम्मीद जताई।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु हमले व युद्ध के मद्देनजर दक्षिण कोरिया,अमेरिका से अरबों डॉलर के अत्याधुनिक हथियार खरीदेगा। इनमें विमान व कई मिसाइलें शामिल होगी।
मून ने भी माना कि दक्षिण कोरिया को अपनी रक्षा शक्तियों में इजाफा करने की जरूरत है। जानकारी के मुताबिक दक्षिण कोरिया अमेरिका से परमाणु पनडुब्बी खरीदने की बातचीत कर रहा है।