ईरान की स्टेट मीडिया के मुताबिक इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने होरमुज़गन के दक्षिणी प्रान्त में ईरानी हवाई क्षेत्र पर उड़ान भर रहे एक अमेरिकी जासूसी ड्रोन को मार गिराया था।
इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्थरोप ग्रूमन आरक्यू 4 ग्लोबल हवाक स्पाई ड्रोन को आईआरजीसी ने मार गिराया था जब वह कौह्मोबारक जिले कर नजदीक ईरानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश रहा था।
वांशिगटन की तरफ से इस रिपोर्ट पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही आई है। हालांकि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में अमेरिका के सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता ने बताया कि ईरान के क्षेत्र में कोई ड्रोन नही था।
ईरान और अमेरिका के बीच गुरुवार को ओमान के खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हमले के बाद तनाव काफी बढ़ गया है। अलबत्ता यह अस्पष्ट है कि इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है। अमेरिका ने इस्ला ठिकड़ा ईरान के माथे फोड़ा था और अपने दावे को साबित करने के लिए एक वीडियो भी जारी किया था।
इस वीडियो के मुताबिक, आईआरजीसी के जहाज ले क्रू क्षतिग्रस्त एक टैंकर से विस्फोटक सामग्री को निकाल रहे हैं। अमेरिका के दावे के ब्रिटेन और सऊदी अरब ने भी समर्थन किया है जबकि रूस ने ईरान का समर्थन किया है।
अमेरिका ने हाल ही में मध्य पूर्व में रक्षात्मक प्रक्रिया के लिए 1000 सैनिको की तैनाती की है। हाल ही में राज्य सचिव माइक पोम्पेओ ने 8.1 अरब डॉलर के हथियार सऊदी अरब, यूएई और जॉर्डन को बेचने की अनुमति दी है।
ईरान के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक ने बुधवार को मध्य पूर्व में अमेरिका द्वारा उठाए गए हालिया कदम को रक्षात्मक बताते हुए दोहराया कि वाशिंगटन तेहरान के साथ व्यापक और स्थाई समझौता चाहता है। ईरान ने सोमवार ने कहा कि “वह जल्द ही साल 2015 के परमाणु संधि से आंशिक रूप से नाता तोड़ देंगे और यूरेनियम का उत्पादन करेंगे।”