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    जावेद जरीफ

    ईरान अपनी अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते की प्रतिबद्धताओं से पीछे हट सकता है जब तक यूरोपीय साझेदार ईरान का  अमेरिकी प्रतिबंधो से संरक्षण नहीं कर सकता है। विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा कि “यूरोपीय साझेदारो को तेल बेचना और आय लेना सुनिश्चित करना होगा।”

    यूरोपीय राष्ट्र जरुरी कदम उठाये

    मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा कि “मौजूदा हालातो के तहत और जब तक यूरोपीय देश जरुरी कदम नहीं उठाते, ईरान तीसरे चरण को लागू करेगा। यूरोपीय साझेदारो को ईरान को तेल बेचने और रेवेन्यू जमा करने की गारंटी देनी चाहिए।”

    ईरान ने कहा कि “वह परमाणु संधि की प्रतिबद्धताओं को कम कर देगा और शायद संधि से पीछे हट सकता है जब तक यूरोपीय देश तेहरान की अर्थव्यवस्था को बढाने के तरीको को नहीं ढूंढ लेता है। ब्रितानी युद्धपोत के कमांडर ने कहा कि “तेहरान शाही नौसेना के संकल्प की परीक्षा लेते हुआ दिख रहा है।”

    एचएमएस मोंट्रोस के कमांडर विलियम किंग ने कहा कि “खाड़ी के प्रवेश के मार्ग पर 27 देशों की गश्त रहा है, उनका ईरानी सेना के साथ 85 दफा भिडंत हुए हैं। दोनों पक्षों के बीच रेडियो पर चेतावनी दी थी। बीबीसी रेडियो ने एक फ़ोन इंटरव्यू पर कहा कि “वह तीव्रता के कुछ विचार देता है, हालिया समय में देखा गए यह बेहद ज्यादा है।”

    किंग ने कहा कि “ईरान हमारी सब्र का इम्तिहान लेना छह रहे हैं, अधिकतर समय में हमारी प्रतिक्रिया का इम्तिहान लेते हैं। वे दावा करेंगे कि हमारी मौजूदगी गैरकानूनी है, जबकि हम अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग पर पूरी तरह से कानून का पालन करते हैं। वे हमारी तरफ रफ़्तार से नावो को चलते हैं ताकि हमारे चेतावनी के स्तर का अंदाजा लगा सके।”

    ईरान ने कहा कि “अगर यूरोपीय मुल्को ने अमेरिका के प्रतिबंधों से हमारी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मार्ग नहीं ढूँढा तो वह परमाणु संधि की प्रतिबद्धता से पीछे हट सकता है औत शायद इस संधि ने नाता तोड़ सकता है।”]]

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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