अमेरिका (america) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने मंगलवार को अमेरिका के बातचीत के प्रस्ताव पर ईरान (iran) की चुप्पी को दबाने वाला करार दिया था। उन्होंने कहा कि “राष्ट्रपति ने वार्ता के दरवाजे को हमेशा खुला रखा है। प्रतिक्रिया में ईरान की चुप्पी दबा रही है।”
अमेरिका ने सोमवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई और अन्यो पर प्रतिबन्ध लगा दिए थे। ईरानी विदेश मंत्रालय ने इसकी प्रतिक्रिया में कहा कि “इन प्रतिबंधों से कूटनीति के मार्ग स्थायी तौर बंद हो चुके हैं।” अमेरिका के जासूसी ड्रोन को ईरान के सैनिको द्वारा मार गिराने के बाद तनाव काफी बढ़ गया था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रतिकारी हमले पर विचार किया था और फिर इसे रद्द कर दिया था। बोल्टन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका हमेशा वार्ता के लिए तैयार है। वांशिगटन को तेहरान के साथ साल 2015 में हुई संधि को तोड़े हुए एक वर्ष से अधिक का समाय बीत चुका है।
उन्होंने कहा कि “ईरान को सिर्फ उस खुले दरवाजे पर चलने की जरुरत है।” ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि “वांशिगटन का ईरान के सर्वोच्च नेता और अन्य अधिकारीयों पर प्रतिबंधों को थोपने का निर्णय साबित करता है कि वह वार्ता के बाबत झूठ बोल रहे थे।
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि “इसी दौरान आप बातचीत के लिए प्रस्ताव दे रहे है, आप विदेश मंत्री पर प्रतिबन्ध लगाना चाहते हैं। यह सच है कि आप झूठ बोल रहे हैं।” रूहानी ने कहा कि “खमेनेई के खिलाफ प्रतिबन्ध नाकाम होंगे क्योंकि उनकी विदेश में कोई संपत्ति नहीं है। रूहानी ने हालिया प्रतिबंधों को अमेरिकी निराशा का संकेत दिया था।”