अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने गुरूवार को कहा कि “अपने लम्बे संघर्ष को खत्म करने के लिए ईरान (Iran)और अमेरिका अभी समझौता करने के लिए तैयार नहीं है।” उन्होंने जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की तारीफ़ की जिन्होंने अमेरिका और ईरान के बीच में समझौते के मध्यस्थता का काम किया था।
समझौते को तैयार नहीं
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया कि “मैं पीएम आबे की सराहना करना चाहूंगा कि यह ईरान की यात्रा पर गए और अयातुल्ला खमेनेई से मुलाकात की। मुझे निजी तौर पर लगता है कि किसी समझौते के बाबत सोचना बेहद जल्दबाज़ी होगी। वह अभी तैयार नहीं और न ही हम है।”
हाल ही ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हमला किया गया था जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। आबे ने अभी दो दिवसीय ईरानी यात्रा को मुकम्मल किया है और वह साल 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान की यात्रा करने वाले पहले जापानी पीएम है।
आबे ने बुधवार को कहा कि क्षेत्र में तनाव को कम करने का सिर्फ एक ख्याल ही मुझे ईरान की सरजमीं पर खींच लाया था। हालिया हमले के लिए अमेरिका ने ईरान को कसूरवार ठहराया है। अमेरिकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा कि “13 जून को दो टैंकरों पर हुए हमले के पीछे ईरान या ईरान के समर्थक है। वह स्पष्ट तौर पर शान्ति, सुरक्षा और नौचालन की स्वतंत्रता के किये खतरा है।”
उन्होंने कहा कि “अमेरिका अपनी सेना, हितो, साझेदारों और सहयोगियों की रक्षा करेगा हम सभी राष्ट्रों से इस क्रिया में हमारा साथ देने का आग्रह करते हैं।” क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते वर्ष अमेरिका को साल 2015 में हुई परमाणु संधि से बाहर निकाल लिया था।
इसके बाद अमेरिका ने सभी प्रतिबंधों को वापस ईरान पर थोप दिया था। उन्होंने कहा कि “अमेरिका अपने मत पर स्थिर रहेगा। वह ईरान के खिलाफ अधिकतम दबाव बनाएगा ताकि वह अपने परमाणु कार्यक्रम के विस्तार के अस्थिर मंसूबो को त्यागने के लिए मज़बूर हो जाए।”