अमेरिका ने बुधवार को ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ पर प्रतिबन्ध थोप दिए हैं क्योंकि वह ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की तरफ से कार्य कर रहे थे। उन्होंने कहा कि “जावेद जरीफ ने ईरान के सुप्रीम नेता के बेतुके एजेंडा पर अमल किया है और वह समस्त विश्व में ईरानी शासन के प्रमुख प्रवक्ता है।”
प्रतिबंधों को खारिज करते हुए ईरानी विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा कि “अमेरिका के इस कदम से प्रतीत होता है कि वह मुझे उनके एजेंडा के लिए एक बड़ा खतरा मानते हैं। इन प्रतिबंधो का मुज पर या मेरे परिवार पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि हमारी विदेश में कोई संपत्ति या हित नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “अमेरिका के प्रतिबन्ध थोपने का कारण समस्त विश्व में मेरा सरकार का प्रमुख प्रवक्ता होना है। क्या वाकई यह सच भयावह है? इसका मुझ पर या मेरे परिवार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि मेरी ईरान के बाहर नहीं कोई संपत्ति है और न कोई हित है। मुझे अपने एजेंडा के लिए सबसे बड़ा खतरा मामने के लिए शुक्रगुजार हूँ।”
अमेरिका ने साल 2015 में ईरान और वैश्विक समुदाय के साथ हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था और तेहरान पर सभी प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था। दोनों देशों के बीच प्रत्यक्ष संघर्ष के आसार इस वर्ष मई से काफी बढ़ गए थे क्योंकि खाड़ी में कई तेल टैंकरो पर रहस्मय तरीके से हमला किया गया था।
अमेरिका ने टैंकर हमले का कसूरवार ईरान को ठहराया था और ईरान की आक्रमकता के खिलाफ एक अभियान की करने का सभी सहयोगी देशों से आग्रह किया था। ईरान ने अमेरिका के निगरानी ड्रोन को बीते माह मार गिराया था जिसके प्रतिकार में अमेरिका ने ईरानी ड्रोन को मार गिराने का दावा किया था जिसे तेहरान ने ख़ारिज किया था।