ओमान (Oman) की खाड़ी में टैंकर विस्फोट पर दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यरोप का सिलसिला जारी है। किर्ग़िज़स्तान के बिश्केक में एससीओ सम्मेलन में भाषण के दौरान ईरान (Iran) के राष्ट्रपति हसन रूहानी (Hassan Rouhani) ने अमेरिका की निंदा की थी।
मेहर न्यूज़ के मुताबिक उन्होंने कहा कि “अमेरिका की सरकार बीते दो वर्षों से सभी अंतरराष्ट्रीय ढांचों और नियमो का उल्लंघन कर रही है।”
उन्होंने कहा कि “अमेरिका अपनी अर्थव्यवस्था, वित्त और सैन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर आक्रमक दृष्टिकोण अपना रहा है और वह मौजूदा समय में क्षेत्र और विश्व के लिए खतरा बना हुआ है।” एक नॉर्वे और एक जापान का टैंकर पर ओमान की खाड़ी में हमला किया गया था।
इस हमले से क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया और वैश्विक कीमतों में इजाफा आया था। अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने शुरुआत में कहा था कि इस हमले के लिए ईरान जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि यह मूल्यांकन ख़ुफ़िया रिपोर्ट पर आधारित है, हथियारों का इस्तेमाल, अभियान को अंजाम देने में विशेषता का स्तर, शिपिंग पर ईरानी हमले की तरह ही है।”
उन्होंने अमेरिका पर क्षतिग्रस्त कूटनीति की चाह रखने का आरोप लगाया था। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव में वृद्धि को कम करने के लिए जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ईरान की यात्रा पर गए थे।