अमेरिकी कस्टम और सीमा सुरक्षा विभाग (सीबीपी) ने शुक्रवार को कहा कि अवैध रूप से अमेरिका में घुसने वाले भारतीयों की संख्या साल 2018 में तिगुना हो गयी है।
सीबीपी के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिका-मेक्सिको के बॉर्डर पार करने वाले भारतीयों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। यह लोग अभियोजन के लिए आश्रय की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा अधिकतर आर्थिक शरणार्थियों की याचिका झूठी है। अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि वांशिगटन में स्थित भारतीय दूतावास ने सीबीपी के अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक 9000 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है जबकि साल 2017 में यह आंकड़ा 3162 था। उन्होंने कहा 4000 अवैध शरणार्थी मेक्सिको बॉर्डर से आये हैं।
शरणार्थियों के प्रवक्ता ने कहा कि भारत मे दलित भारतीय किसी बाहरी जाति के व्यक्ति से शादी करने से हत्या के भय में है वही सिख समुदाय राजनीति अभियोजन का दावा कर रहा है।
साल 2012 से 2017 तक भरतीय 42.2 फीसदी शरणार्थीयों के केस को रद्द कर दिया गया है।
बॉर्डर पेट्रोल टीम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2018 में गुएत्माला, होंडुरस और एल साल्वाडोर के नागरिक अमेरिका में अवैध रूप से घुसे हैं।
अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राज्य में शरण लेने सेे भारतीय मानव तस्करी के चंगुल से बाहर निकल गए है।
साल 2015 में अमेरिकी अधिकारी ने छह भारतीयों को अवैध तरीके से बॉर्डर पार करते हुए पकड़ा था जो आंकड़ा इस साल 3400 तक पहुुँच गया हैंं।