अमृतसर के राजासांसी गाँव में एक निरंकारी भवन के प्रार्थना हॉल में ग्रेनेड हमले में 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए। पुरे देश और दुनिया में निरंकारी के लाखों भक्त है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दो लोग मुंह पे कपडा बांधे हुए मोटरसाइकिल पर आये और निरंकारी भवन के प्रार्थना सभा पर ग्रेनेड फेंक कर हमला कर दिया। जब तक कोई कुछ समझ पाता हमलावर वहां से भाग निकले। हमले के बाद वहां भगदड़ मच गई। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है।
पंजाब पुलिस के अनुसार ये एक आतंकवादी हमला हो सकता है। ख़ुफ़िया एजेंसियों ने कुछ दिन पहले ही जैस-ए-मोहम्मद के 6 आतंकियों के राज्य में घुसने को लेकर अलर्ट जारी किया था। ख़ुफ़िया एजेंसियों के अनुसार ये आतंकवादी दिल्ली जाने के लिए पंजाब के रास्ते का इस्तमाल करने वाले थे।
ये हमला अमृतसर एयरपोर्ट से मात्र 8 किलोमीटर की दूसरी पर हुआ। पंजाब पुलिस इस हमले को खालिस्तानी आतंकियों के भूमिका की भी जाँच कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह आज घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं। उन्होंने राज्य के लोगों से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि वो किसी भी आतंकी संगठन को राज्य की शांति व्यवस्था भांग नहीं करते देंगे।
I appeal to the people of Punjab to maintain peace in wake of Amritsar bomb blast. I urge them not to panic and to remain calm. We will not let the forces of terror destroy our hard earned peace.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 18, 2018
मुख्यमंत्री ने इस हमले के पीड़ितों को 5 लाख का मुवाअजा देने की घोषणा की और कहा कि सभी घायलों का मुफ्त इलाज किया जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कुछ दिन पहले, चार लोगों ने पठानकोट जिले के माधोपुर के पास बंदूक के नोक पर एक कार लूट ली थी। पुलिस ने कहा कि पंजाबी में बोलने वाले पुरुषों ने जम्मू टैक्सी स्टैंड से कार बुक की थी। निरंकारी भवन हमले पात्र इस घटना के लिंक की भी पुलिस जांच कर रही है।