हरियाणा में 15 फरवरी को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली को लेकर मुश्किले कम नहीं हो रही है। हरियाणा में जाट समुदायों ने अमित शाह की रैली में विरोध करने का ऐलान किया था जिसके बाद खट्टर सरकार चिंता में आ गई। अमित शाह की मोटरसाइकिल रैली हरियाणा के जिंद में 15 फरवरी को आयोजित होगी जिसमें करीब 1 लाख से अधिक मोटरसाइकिल सवार लोग हिस्सा लेंगे।
लेकिन पिछले कई दिनों से अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति और भारतीय राष्ट्रीय लोक दल ने घोषणा की है कि वे शाह की रैली को बाधित करेंगे। इनके बाद अब स्वराज इंडिया पार्टी ने भी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है। दरअसल ये विरोध प्रदर्शन केन्द्रीय बजट में किसानों के हितों पर ध्यान न देने व समस्याओं का समाधान नहीं निकालने की वजह से किया जाएगा।
बजट से निराश
हरियाणा में जाट समुदाय किसानों के लिए बजट में की गई घोषणाओं पर निराशा व्यक्त कर रहा है। स्वराज इंडिया ने इस बजट को निराशाजनक बताया है। हरियाणा के वरिष्ठ नेता राजीव गोदारा ने कहा कि एनडीए सरकार ने स्पष्ट रूप से दिखाया कि वे किसानों की तकलीफों की परवाह नहीं करते है। बजट मे किसानों की चिंताओं को नहीं उठाया गया।
बजट में सिर्फ जुमलेबाजी वाली लुभावनी योजनाओं का बखान किया गया है। इसलिए अब हम बीजेपी की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि हम जय किसान आंदोलन के बैनर के तहत किसानों को इकट्ठा करेंगे और अमित शाह की रैली में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच आम आदमी पार्टी ने कहा कि वो रैली में अमित शाह को पकौडों की पेशकश करेंगे। इसी बीच भाजपा में जाट नेताओं के साथ मुद्दों पर बातचीत का सकारात्मक परिणाम नजर आ सकता है।
बीजेपी नेताओं ने कहा है कि वो जल्द ही इस मुद्दे का समाधान निकाल लेगी। भारतीय राष्ट्रीय लोक दल ने भी अमित शाह को काले झंडे दिखाने की घोषणा की है।