सोमवार को पीडीए इंजीनियरिंग कॉलेज ऑडिटोरियम में मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अरहर खरीद व कीमतों में समस्याओं के लिए राज्य सरकारों को जिम्मेदार बताया है। केन्द्र सरकार ने इस साल 25 लाख क्विंटल अरहर खरीदे है। लेकिन राज्य सरकार ने केवल 1.74 लाख क्विंटल ही खरीदा है।
केन्द्र सरकार द्वारा खरीदी गई दाल को राज्य सरकार द्वारा कम से कम आधी मात्रा में खरीदा जाना चाहिए। ताकि राज्य को फायदा हो सके। घरेलू किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए दालों के आयात पर 35% शुल्क लगाने के लिए किसानों की मांग के बारे में अमित शाह ने कहा कि राज्य सरकार दालों में खरीद की वृद्धि समस्या का समाधान करेगी।
भाजपा शासित राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार अपने स्तर पर केन्द्र सरकार की मदद के बिना धान, गेहूं और कपास की फसलों की खरीद कर रही है।
कर्नाटक सरकार को केंद्र सरकार को अरहर दाल की खरीदी बढ़ाने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं भेजा जाना चाहिए। यह अपने आप ही खरीद सकता है जैसा कि भाजपा-शासित राज्यों ने किया।
अमित शाह ने कहा कि अगले चुनाव में भाजपा अगर राज्य में सरकार बनाती है तो वो राष्ट्रीयकृत और अनुसूचित बैंकों में कृषि ऋण के लिए माफी के बारे में सकारात्मक निर्णय लेगी। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के खिलाफ भी शाह ने जमकर आरोप लगाए।
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हाथ में महंगी घड़ी देखकर ही राज्य में भ्रष्टाचार का अनुमान लगा सकते है। शाह ने कहा कि राज्य की जनता कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुके है और भाजपा को आशीर्वाद देने के लिए तैयार है।