‘भाजपा’ अध्यक्ष अमित शाह जिन्हे पश्चिम बंगाल में रैली निकालने से मना किया था उन्होंने यहाँ की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाना साधते हुए कहा कि वे डरी हुई हैं कि ‘भाजपा’ राज्य में अपनी सरकार बना लेगा। उनके मुताबिक, “बंगाल में आतंक का शासनकाल है। ममता बनर्जी लोकतंत्र का गला घोट रही हैं।”
अगले आम चुनाव से पहले ‘भाजपा’ ने राज्य में तीन चुनावी रैलियां निकालने की तयारी की है जिनमे से पहली उन्होंने आज कूच बेहर से निकाली है। अमित शाह ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा-“हम ‘रथ यात्रा’ निकाल कर ही रहेंगे। हमे कोई नहीं रोक सकता।”
कल के दिन, कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार के फैसले का समर्थन किया था जिसमे ये कहा गया था कि अमित शाह की “रथ यात्रा” से राज्य में सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। और आज सुबह, एक डिवीज़न बेंच ने सिंगल जज बेंच के आदेश की समीक्षा का अनुरोध स्वीकार कर लिया है। सिंगल जज बेंच ने राज्य सरकार के फैसले का समर्थन किया था।
पश्चिम बंगाल जहाँ ‘भाजपा’ की सरकार नहीं हैं, वहाँ बंगाल की सभी 42 लोक सभा निर्वाचित छेत्रो को रथ यात्रा में शामिल किया जाएगा। अगले लोक सभा चुनावो के लिए, शाह ने राज्य की 40 सीटों में से 22 सीट हासिल करने का लक्ष्य बनाया है। बंगाल में फ़िलहाल भाजपा की मात्र दो सीट हैं- असंसोल और दार्जीलिंग।
बाकी बची दो रैलियों में से पहली तो राज्य के बिलकुल दक्षिण हिस्से के काकद्वीप से निकाली जाएगी और दूसरी बीरभूम ज़िले के तारापीठ मंदिर से।
Mamata didi’s attempts to deny the BJP its legitimate right to undertake political campaign in the state to expose TMC’ misgovernance has been thwarted by Court, which has asked Bengal admin to cooperate. Big win for democracy! BJP will soon set out on its Gantantra Bachao Yatra.
— Amit Shah (@AmitShah) December 7, 2018
दो “रथ यात्रा” के समापन के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता में एक रैली को सम्बोधित कर सकते हैं।