भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल पुलिस और प्रशासन को पोंजी घोटाला के सभी सबूतों को मिटाने का दोषी ठहराया। उन्होंने सोमवार को कहा कि दोषियों को अपने गलत कामों की सजा जरूर मिलेगी, बस एक बार ममता बनर्जी की सरकार सत्ता से बेदखल हो जाए।
शाह ने मीडिया से कहा, “बंगाल में चिटफंड घोटाला हुआ। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने सारे सबूत और प्रमाण मिटा दिए। ममता दीदी चिटफंड घोटाला की जांच नहीं कराना चाहती हैं, लेकिन हम जांच चाहते हैं। यह हमारी लड़ाई है। हमें किसी से कोई परेशानी नहीं है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा अरबों रुपये के घोटाले के आरोपियों को सजा जरूर दिलाएगी।
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी की सरकार जाने के बाद सभी दोषियों को उनके किए की सजा मिलेगी। हम इसके लिए समर्पित हैं।”
अपने जमाकर्ताओं को भुगतान करने में असमर्थ होने के कारण सुदीप्त सेन की कंपनी शारदा ग्रुप पूरे बंगाल में बंद हो गई थी, जिसके बाद अप्रैल 2013 में पोंजी घोटाले की बात सामने आई थी।
इस समूह ने भारी मात्रा में पैसों की उगाही की थी, खासकर गरीबों से भुगतान की भारी राशि वापस करने के वादे किए गए थे। गरीबों ने अपने जीवन की जमापूंजी इसमें लगा दी थी।
सेन और कई दोषी सलाखों के पीछे हैं।
इसके बाद इस समूह से जुड़े रोजवेली, एमपीएस, चक्र जैसे कई घोटाले सामने आए।
2014 में दिए गए सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।