केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को यहां कहा कि भाजपा शासन के दौरान झारखंड से नक्सलियों का सफाया कर दिया गया है। शाह यहां पहले चरण के मतदान के लिए आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कहा, “नक्सलियों को जमीन के 20 फुट नीचे दफना दिया गया है।
बीते पांच सालों में केंद्र और राज्य में भाजपा शासन के दौरान नक्सलियों का सफाया हो चुका है। पहले लोग घर से बाहर कदम रखने में डरते थे और अब लोग आधी रात में बारात लेकर जाते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “राज्य में बहुत सारे काम किए गए। उद्योग स्थापित किए गए, हर घर तक बिजली पहुंची है, सड़क निर्माण किया गया, शौचालय बनाए गए। भाजपा सरकार ने उन महिलाओं को सम्मान दिया, जिन्हें खेतों में जाना पड़ता था। राहुल बाबा को ये बातें समझ नहीं आएंगी, क्योंकि उनका जन्म गरीब परिवार में नहीं हुआ। गरीबों का दर्द नरेंद्र मोदी समझते हैं, क्योंकि वह खुद गरीब पृष्ठभूमि से थे, रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे।”
वहीं ओबीसी मतदाताओं को लुभाने के लिए शाह ने कहा, “यह भाजपा सरकार ही है, जिसने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाया, जिसे कांग्रेस बीते 60 सालों में नहीं कर पाई थी। हमें दोबारा मौका दीजिए, ताकि हम एक कमेटी का गठन कर ओबीसी को ज्यादा से ज्यादा आरक्षण दे सकें।”
वर्तमान में झारखंड में ओबीसी को मात्र 14 प्रतिशत आरक्षण मिलता है।
उन्होंने आगे कहा, “मैं हेमंत सोरेन से पूछना चाहता हूं। जब झारखंड को अलग राज्य बनाने की बात की जा रही थी, तब कांग्रेस ने क्या कदम उठाए थे। कांग्रेस ने उसे लटकाए रखा। वह भाजपा के अटल जी थे, जिन्होंने झारखंड को अलग राज्य बनने का सौभाग्य दिया।”
शाह ने आगे कहा, “उनका कहना है कि अनुच्छेद 370 के रद्द होने और राम मंदिर से झारखंड का कोई लेना-देना नहीं है। राहुल को उन लोगों की आवाज सुननी चाहिए, जो अनुच्छेद 370 को हटाने के साथ ही अयोध्या में मंदिर का निर्माण चाहते थे। कांग्रेस राम मंदिर से जुड़े मामले में देरी कराना चाहती थी, लेकिन यह मोदी सरकार थी, जिसने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई सुनिश्चित कराई।”
शाह ने कुछ दिन पहले लातेहार जिले में मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।