भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से भारत में आए शरणार्थियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि उन सभी को इससे पहले नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी।
शाह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हां, सिर्फ इतना जरूर है कि घुसपैठियों को चिंता करने की जरूरत है। हिंदू शरणार्थियों को इस विषय में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। पहले नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी शरणार्थियों को नागरिकता मिल गई है या नहीं।
उन्होंने कहा कि एनआरसी को केवल बंगाल तक सीमित नहीं किया जाएगा, बल्कि यह पूरे देश में जल्द लागू होगा, क्योंकि घुसपैठियों का मामला एक राष्ट्रीय मुद्दा है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ने पत्रकारों को एनआरसी के मुद्दे पर लोगों में जागरूकता फैलाने और भ्रम की स्थिति को साफ करे के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जैसे नेताओं के कारण यह बिल राज्यसभा में अभी तक पारित नहीं किया जा सका है। लेकिन राज्यसभा में समीकरण और आंकड़े 2020 में बदल जाएंगे। हम इस विधेयक को पारित करेंगे और यहां सभी शरणार्थियों के लिए नागरिकता सुनिश्चित करेंगे।