भाजपा प्रमुख अमित शाह पार्टी के नाराज चल रहे वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात कर सकते हैं, साथ ही आज भाजपा 11 अप्रैल से शुरू होने जा रहे आम चुनावों के लिए घोषणा पत्र भी जारी करने जा रही हैं। इस मुलाकात का मक्सद वरिष्ठ नेताओं को वापस एक मंच पर लाने का हैं जब विपक्षी पार्टी प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पर अपने गुरोओं को चुनाव में टिकट न दिए जाने पर कटाक्ष करने का मौका नही गवाह रही हैं।
भाजपा संस्थापक सदस्यों में से एक रहे एल.के आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी पार्टी द्वारा चुनावी रणनीति से बाहर करे जाने से नाखुश चल रहे हैं।
91 वर्षीय, आडवाणी ने कहा कि गुजरात के गांधीनगर सीट से अमित शाह चुनाव लड़गें, जिस सीट पर भाजपा वरिष्ठ नेता आडवाणी 6 बार सांसद रहे हैं। यह सीट हमेशा से ही वीआईपी सीटों में से एक मानी गई हैं। पिछले ही महीने मुरली मनोहर जोशी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र कानपुर की जनता के लिए एक संदेेश सार्वजनिक किया था कि पार्टी द्वारा कहा गया कि वह न ही कानपुर बल्कि कही से भी चुनाव नही लड़ने जा रहे हैं।
एल के आडवाणी लोगों के बीच नही गए, लेकिन अपने ब्लॉग के जरीए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने कभी भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को देश विरोधी नही माना। यह पीएम मोदी और अमित शाह द्वारा चुनावी प्रचारो में विपक्षी पार्टियों को पाकिस्तानी भाषा बोलने वाला कहा गया था।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रतिद्वंद्वी पार्टियों ने जोशी को पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने को मनाने की कोशिश की थी।