बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह नें आज कहा कि बीजेपी सरकार नें असम में अवैध रूप से रह रहे शरणार्थियों को ढूँढने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और सरकार अगले 5 सालों के भीतर इन्हें वापस भेज देगी।
आज अमित शाह असम के दौरे पर थे। यहाँ एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह नें कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होनें अवैध शरणार्थियों के मुद्दे को ठीक से नहीं संभाला है।
शाह नें कहा, “बीजेपी सरकार नें एनआरसी के आंकड़ों की मदद से अवैध शरणार्थियों को ढूँढना शुरू कर दिया है।”
उन्होनें कहा, “एक बार जब नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं, उसके बाद हम यह सुनिश्चित करेंगे कि असम की सीमा बिलकुल सुरक्षित हो, जिसमे शरणार्थी तो क्या, परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा।”
असम एकॉर्ड, जिसमें कहा गया है कि 25 मार्च 1971 के बाद जो भी अवैध शरणार्थी भारत में घुसा है, उसे पकड़कर वापस भेजना चाहिए, उसपर अमित शाह नें कहा कि कांग्रेस नें 1985 में असम एकॉर्ड पर हस्ताक्षर किये, लेकिन इसका पालन 2014 के बाद नरेन्द्र मोदी सरकार नें किया है।
Modi govt implemented NRC and clamped down the infiltrators & their illegal activities. Congress party for their vote bank politics allowed the infiltrators to enter India & ruin our resources.
Once PM Modi is voted back to power, we will detect & deport the infiltrators. pic.twitter.com/MBeM7FlE6s— Amit Shah (@AmitShah) April 5, 2019
उन्होनें आगे कहा कि मोदी सरकार नें एक ऐसी समिति बनाई है, जो यहाँ रह रहे लोगों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए एक रिपोर्ट बना रही है, जिससे असम एकॉर्ड का पालन किया जा सके।
असम से पहले अमित शाह नें अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग और मणिपुर के थौबल जिले में रैली को संबोधित किया।
मणिपुर में अमित शाह नें कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान जब जरूरी चीजों के दाम बढ़ गए थे, तब मणिपुर में 160 दिन के लिए बंद हो गया था। लेकिन, उन्होनें कहा, “बीजेपी सरकार नें इस राज्य को सभी प्रकार के बंद और जाम से मुक्त कर दिया है। पिछले 5 सालों में यहाँ 300 किमी लम्बा एक हाईवे बना है और उड़ान स्कीम के तहत पांच हेलिपैड बने हैं। हम देश की सबसे पहली राष्ट्रिय खेल यूनिवर्सिटी भी यहाँ बना रहे हैं।”