भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने बुधवार को कहा कि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के चयन समिति के अध्यक्ष अमित भंडारी के ऊपर हमला होने से रोका जा सकता था अगर चयनकर्ता डीडीसीए को सही समय में सूचित कर देते।
गंभीर ने एनआई से बात करते हुए कहा, ” इस रोका जा सकता था अगर चयनकर्ता सही समय में डीडीसीए को सूचित करते। अंडर-23 टीम के खिलाड़ी जिन्होने भंडारी के ऊपर हमला करवाया था उनके ऊपर अब क्रिकेट से अजीवन प्रतिबंध लगा दिया है और वह अब डीडीसीए से सम्बद्ध किसी टूर्नामेंट में भी भाग नही ले पाएंगे। यही नही डीडीसीए ने उनके ऊपर किसी भी स्टेडियम में घुसने का प्रतिबंध भी लगाया है।
जब उनसे इस विवाद के लिए आंतरिक जांच समिति के बारे में पूछा गया तो विश्वकप 2011 की टीम के सदस्य ने कहा, “आंतरिक जांच समिति गठित की जाएगी लेकिन में किसी जांच समीति में विश्वास नही करता, मैं सीधे करवाई पर विश्वास करता हूं। मैंने पिछले कई सालो में देखा है कि समिति इसलिए बनाई जाती है कि मामला कारपेट से फिसल जाए। अंतिम रूप से इसमें फैसला जल्द लेना चाहिए।
इस बीच भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने ही घर में 5 एकदिवसीय मैचो और 2 टी-20 मैचो की सीरीज खेलनी है। जो की 24 फरवरी से 13 मार्च के बीच में चलेगी।
आगामी सीरीज के बारे में गंभीर ने कहा, विश्वकप से पहले यह भारत की आखिरी सीरीज होगी तो भारत के लिए विश्वकप के लिए तैयारी करने का यहां आखिरी मौका होगा।
उन्होने कहा, ” जब आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी इनिंग खेलते है, इससे खुद ब खुद आपको एक विश्वास मिलता है। तो मुझे लगता है भारत की बेस्ट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने को उतरना चाहिए। चयनकर्तान यही से निर्णय ले पाएंगे की विश्वकप के लिए किसी ले जाना है।”
धोनी के प्रदर्शन पर गौतम गंभीर ने कहा, धोनी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में शानदार रहे थे।