भारत के सबसे प्रसिद्ध संगीतकारो में से एक अमित त्रिवेदी को उनके आकर्षक और अपरंपरागत गीतों के लिए जाना जाता है। आज गायक, संगीतकार और गीतकार का जन्मदिन है। उनका संगीत का सफ़र कॉलेज में शुरू हुआ था जब वह कॉलेज बैंड ‘ओम’ का हिस्सा थे और काफी शो और लाइव परफॉरमेंस किया करते थे। बैंड ने उन्हें मशहूर बना दिया और उन्हें टीवी शो और थिएटर से प्रस्ताव मिलने लगे।
राष्ट्रिय पुरुस्कार से सम्मानित अभिनेता ने मैकडोनल्ड और एयरटेल जैसे बड़े ब्रांड के लिए भी गीत बनाये हैं। चूँकि आज वह 40 साल के हो गए हैं तो आइये जानते हैं उनके सफ़र के कुछ दिलचस्प किस्से-
मुंबई के गुजराती परिवार में पैदा हुए अमित का बचपन से ही संगीत की तरफ झुकाव था। उनके गीत में समान तत्व लोक-प्रेरित संगीत होता है।
उनका सफ़र तब शुरू हुआ जब भारतीय गायिका शिल्पा राव ने उन्हें फिल्ममेकर अनुराग कश्यप से मिलवाया था। अनुराग अपनी फिल्म ‘देव डी’ के लिए नए संगीतकार की तलाश कर रहे थे।
उन्हें अनुराग कश्यप की फिल्म ‘देव डी’ के लिए ही सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन के कारण राष्ट्रिय फिल्म पुरुस्कार मिला था।
‘देव डी’ उनकी पहली फिल्म होने वाली थी, लेकिन निर्माण में कुछ देरी के कारण, इसकी रिलीज स्थगित हो गई, इसलिए राज कुमार गुप्ता की ‘आमिर’ से उन्होंने इंडस्ट्री में कदम रखा।
त्रिवेदी ने इंडियन आइडल सीजन 1 के विजेता अभिजीत सावंत के एल्बम ‘जूनून’ के लिए भी संगीत बनाया था।
उन्होंने IPL टीम रॉयल चैलेंजर बैंगलोर का एंथम ‘गेम फॉर मोर’ का भी संगीत निर्देशन किया हुआ है।
अमित ज्यादातर अपने बनाये हुए गीत ही गाते हैं मगर अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वास्सेपुर’ में उन्होंने अपना ये नियम तोड़ दिया। उन्होंने संगीतकार स्नेहा खनवलकर द्वारा बनाया गया गीत ‘कह के लुंगा’ गाया था।
प्रतिभाशाली अमित त्रिवेदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं।
https://youtu.be/1EtI0KjXfdk