उत्तर प्रदेश की राजनीति इन दिनों काफी गरमा रखी है। ज्यों-ज्यों ही लोक सभा चुनाव नज़दीक आ रहे है। कई नेता दल बदलने की फिराक में है। यह भारतीय राजनीति का एक बहुत पुराना पहलु है जिससे हम सब वाकिफ है।
ऐसा ही कुछ आज कल उत्तर प्रदेश की राजनीति में देखने को मिल रहा हैं। समाजवादी पार्टी एवं मुलायम सिंह के करीबी, दिग्गज राजनेता अमर सिंह इन दिनों चर्चा में है।
राजनैतिक वनवास काट रहे अमर सिंह हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी मुलाकात को लेकर चर्चे में है।
दोनों ने ही इस मुलाकात को गोपनीय रखा था, और तो और मीडिया को भी इसकी भनक एक दिन बाद लगी।
बता दे कि एक वक्त अमर सिंह, मुलायम सिंह यादव के बहुत करीबी थे एवं समाजवादी पार्टी के दिग्गज चेहरा भी थे परंतु पिछले ही वर्ष अखिलेश सिंह यादव की सरकार में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया एवं उनका अपमान भी किया।
इसी के बाद से ऐसे कयास लगाये जा रहे है कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते है। ऐसे कयास इसलिए भी लगाये जा रहे है क्योंकि अमर सिंह पहले भी भाजपा की तारीफ कर चुके थे एवं उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ करी थी जिसमे उन्होंने नरेंद्र मोदी की भगवान श्री कृष्ण से तुलना कर दी थी।
उनके इस ब्यान से राजनैतिक गलियों में यह बात आग की तरह फैल गई थी की अमर सिंह भाजपा में शामिल हो रहे है परंतु बाद में उन्होंने इन सब बातों पर पूर्णविराम लगाते हुए कहा था कि उनकी भारतीय जनता पार्टी से इस बारे में कोई बात नहीं हुई है एवं ऐसा कोई भी न्योता नहीं आया है।
इसी के साथ उन्होंने पूर्ण तौर पर मना भी नहीं किया था एवं संकेत देते हुए कहा था कि उन्हें अन्य दलों के निमंत्रण से कोई अप्पत्ति भी नहीं है।