राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा गाजियाबाद में विकसित किया जा रहा देश का पहला रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम ट्रायल रन के लिए तैयार है। यह एक तेज-तर्रार क्षेत्रीय परिवहन प्रणाली होगी जो दिल्ली के सराय काले खां से उत्तर प्रदेश के मेरठ तक गाजियाबाद के रास्ते संचालित होगी।
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के तहत दो तरह की ट्रेनें चलेंगी। पहली ट्रेन, रैपिड रेल- यह मोदीपुरम से बेगमपुर परतापुर होते हुए दिल्ली के सराय काले खां तक चलेगी। दूसरा, मेरठ मेट्रो- यह मोदीपुरम से बेगमपुर होते हुए परतापुर तक चलेगी।
First Rapid Rail project in India. Delhi–Meerut Regional Rapid Transit System. Trial run soon …. 👏🏻👏🏻 https://t.co/SRMZulXuCd
— Dr. Iraj Raja IPS (@drIRAJRAJA) June 20, 2022
रैपिड रेल ट्रेनों की संख्या हर 10 मिनट की आवृत्ति पर 30 तक होगी। ट्रेनें 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी और दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी सिर्फ 55 मिनट में तय करेंगी।
पहले चरण में दिल्ली से गाजियाबाद के दुहाई के बीच रेलवे कॉरिडोर का निर्माण अंतिम चरण में है। दुहाई डिपो में देश की पहली रीजनल रैपिड रेल भी असेंबल की गई है। गुजरात के सावली से राजस्थान और हरियाणा होते हुए गाजियाबाद के लिए ट्रेन को 6 बड़े ट्रेलरों पर इस डिपो में लाया गया था।
इस डिपो में कुल 17 रेलवे लाइनें बनाई गई हैं जिनमें से 11 स्थिर लाइनें, 2 वर्कशॉप लाइन, 3 इंटरनल way, लाइन और 1 हैवी इंटरनल लाइन हैं।
यह रैपिड रेल हाई स्पीड एयरोडायनामिक रेल है। इसका आगे का हिस्सा लंबी नाक की तरह है जिससे यह सामान्य ट्रेनों की तुलना में तेज गति से चलता है। रैपिड रेल में regenerative ब्रेकिंग सिस्टम के साथ एक आकर्षक आधुनिक डिजाइन है जो बिजली पैदा करेगा।
यह रेल पूरी तरह से स्वचालित ट्रेन है यानि यह स्वचालित संचालन पर चलेगी और सुरक्षा स्वचालित नियंत्रण से लैस होगी। सीसीटीवी कैमरा, लैपटॉप मोबाइल चार्जिंग, डायनेमिक रूट मैप रीडिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग आदि जैसी सुविधाएं भी यात्रा को शानदार बनाएंगी।
दो कोच टीम के सदस्यों के लिए आरक्षित होंगे और महिलाओं के लिए अलग से एक कोच आरक्षित होगा।