अबुधाबी में पहले हिन्दू मंदिर के शिलान्यास समारह में हज़ारो की तादाद में भक्तों के शामिल होने की आशंका है। चार घंटे के इस समारोह का आयोजन महंत स्वामी महाराज की उपस्थिति में होगा जो बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के धार्मिक गुरु है। इस मंदिर का निर्माण धार्मिक और सामाजिक संगठन कर रहा है।
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह तैयारियां ‘शिलान्यास विधि’ के लिए हो रही है जिसमे अबू मुरेखाह में मंदिर की नींव रखी जाएगी। इसके मुख्य समारोह में पुजारी गुलाबी रंग के पत्थरो को पवित्र करेंगे जो मंदिर की नींव रखने के लिए इस्तेमाल किया जायेगा। इन सभी पत्थरो को भारत के राजस्थान से मंगवाया गया है।
इस समारोह में विदेशी मामलो और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के मंत्री शेख अब्दुल्लाह बिन ज़ायेद अल नाह्यान और सहिष्णु मंत्री शेख नाह्यान मुबारक अल नाह्यान इस कार्यक्रम में समस्त विश्व के अत्यधिक गुरुओं के साथ शामिल होंगे। शेख नाह्यान ने स्वामी महाराज और हिन्दू पुजारियों के समूह को गुरूवार को एयरपोर्ट पर रिसीव किया था।
मंदिर के स्वयंसेवको ने बताया कि एक विशेष अनुस्थापन का आयोजन किया जायेगा जहां भक्तो को समारोह की अधिक जानकारी दी जाएगी। प्रवेश पास को ‘यजमान सेवा” में वितरित किया जा चुका है जिन्होंने इन रस्मो में भाग लेने के लिए 680 से 1300 डॉलर तक का अनुदान दिया है और बीएपीएस मंदिर का समर्थन किया है।
इस मंदिर में सात टॉवर होंगे जो यूएई में सात अमीरातो का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह अबू मुरेखाह में 14 एकड़ की जमीन पर निर्मित होगा। मंदिर के पत्थरो को भारत के कारीगरों ने खुदाई कर निकाला और इसका असेम्ब्ल यूएई में हुआ है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में अबुधाबी की यात्रा की थी और इस दौरान यूएई की राजधानी में सरकार ने मंदिर के निर्माण को मंज़ूरी दी थी।