अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोमवार को इस्लामिक स्टेट के सभी सुरक्षित ठिकानों का सफाया करने का वादा किया था। इस्लामिक स्टेट ने काबुल में एक शादी में “भयानक” आत्मघाती बम हमले के बाद अपने 100 स्वतंत्रता दिवस के जश्न को स्थगित कर दिया है।
इस समारोह में फियादीन हमले से 63 लोगो की मौत हुई थी और सैकड़ो लोग घायल हुए थे। डॉन के अनुसार, काबुल में शनिवार रात हुए विस्फोट महिलायें और बच्चों सहित 63 नागरिको की मौत हुई थी।
रविवार को अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जलमय खलीलज़ाद ने कहा कि आईएसआईएस सहयोगी को हराने के लिए अफगान शांति प्रक्रिया को में गति लाने की जरुरत है जो युद्ध से पीड़ित राष्ट्र में सुरक्षा का लुत्फ़ उठा रहे हैं।
We condemn ISIS and yesterday’s heinous attack on a Kabul wedding hall that killed scores of innocent Afghan families who had gathered to celebrate what was meant to be a joyous occasion.
— U.S. Special Representative Thomas West (@US4AfghanPeace) August 18, 2019
सोमवार को गनी ने कहा कि “तालिबान को दोषी ठहराया जाना चाहिए। तालिबान ने एक साल में मस्जिदों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर आतंकवादी हमलों के साथ आतंकवादियों को एक मंच मुहैया किया है। हम हर नागरिक के खून का बदला लेंगे।” आईएस के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम बदला लेंगे और उन्हें जड़ से खत्म कर देंगे।”
गनी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उनके प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया था। उन्होंने एक बार फिर आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया था।
पाकिस्तान ने इन बेबुनियाद आरोपों को खारिज कर दिया था। मीडिया ने गलतफहमी पैदा करने के उद्देश्य से आतंकवादी संगठनों के प्रचार उद्देश्यों को समझाना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा अफगान राष्ट्रपति ने कहा कि जो पाकिस्तानी नागरिक शांति चाहते हैं उन्हें आईएस के सुरक्षित ठिकानों को पहचानने में मदद करनी चाहिए।