अफगानिस्तान सुलह प्रक्रिया के अमेरिकी विशेष राजदूत जलमय ख़लीलज़ाद ने भारतीय सरकारी अधिकारीयों और अन्य शेयरधारकों से विचार-विमर्श किया था।
इसमें भारत की विदेश मंत्रालय के मंत्री सुषमा स्वराज भी शामिल थी। भारत की एक दिवसीय यात्रा पर ख़लीलज़ाद ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव विजय गोखले और भारत के अफगानिस्तान में राजदूत विनय कुमार व अन्य से मुलाकात की थी।
इस मुलाकात के दौरान अमेरिकी विशेष प्रतिनिधि ने अफगान शान्ति प्रक्रिया में भारत के सहयोग का स्वागत किया है। यह शान्ति प्रयासों के लिए अंतर्राष्ट्रीय आम सहमति में मज़बूती बनकर उभरेगा। अफगानिस्तान के विकास में भारत के कई महत्वपूर्ण योगदानो को उन्होंने मान्यता दी थी।
ख़लीलज़ाद और उनके समकक्षीयों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जिससे शांति को लाया जा सकता है। इसमें अंतर्राष्ट्रीय आतंकियों द्वारा अफगानी सरजमीं को आतंकी हमले के लिए इस्तेमाल करने से बचाना, क्षेत्रीय सुरक्षा और शान्ति के आयामों को सुधारना और क्षेत्रीय जुड़ाव व कारोबार में वृद्धि करना है।
दोनों पक्षों ने चर्चा की कि देश के राजनीतिक भविष्य पर चर्चा अफगान के नागरिक एक समावेशी और वैध प्रक्रिया के जरिये करेंगे। साथ ही दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान के बीते 18 वर्ष के फायदे को संरक्षित और निर्मित करने पर सहमति जाहिर की है।