अफगानिस्तान में नियुक्त अमेरिकी शांति दूत जलमय ख़लीलज़ाद ने शनिवार को कहा कि अफगानिस्तान में शांति की स्थापना के लिए अमेरिका सभी अफगान शांति के पक्षों की सार्थक चिंताओं और मुद्दों का निपटान करने को तत्पर है।
जलमय ख़लीलज़ाद को सिंतबर में अफगानिस्तान के शांति दूत के रूप में नियुक्त किया गया था। इसकर बाद उन्होंने तालिबान, अफगान अधिकारियों और पाकिस्तान के अधिकारियों व सैन्य अफसरों सहित सभी पक्षों से बातचीत की थी। वह 17 साल से जारी इन युद्ध के अंत से हर पहलू देखना चाहते हैं।
अभी अफगानिस्तान के आधे से अधिक भाग विद्रोही तालिबान के कब्जे में हैं। साल 2001 में हुए अमेरिस हमले के बाद तालिबान अभी सबसे मजबूत स्थिति में है। जलमय ख़लीलज़ाद ने शनिवार को ट्वीट कर बताया कि ‘मुझे इस बात का भान है कि अधिकतर लोग चिंतित है कि अमेरिका युद्ध और बातचीत दोनो के लिए तत्पर दिख रहा है।’
उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूँ कि अमेरिका अफगानिस्तान में शांति की कामना करता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में जल्द ही युद्ध की समाप्ति और शांति स्थापना की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अब भी शांति स्थापित करने के लिए हमारा लड़ना जरूरी है।
जलमय ख़लीलज़ाद अभी पाकिस्तान के दौरे पर है। पाकिस्तान में उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और सैन्य अध्यक्ष जावेद कमर बाजवा से मुलाकात कर अफगान में शांति के बाबत बातचीत की थी।
खबरों के अनुसार जलमय ख़लीलज़ाद अफगानिस्तान सुलह प्रक्रिया में तालिबान को बातचीत के लिए राजी करने के लिए पाकिस्तान के अधिकारियों पर दबाव बनाएंगे।
जलमय ख़लीलज़ाद ने बीते माह अबुधाबी में कई देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। जंग से ग्रसित देश के समाधान के लिए अमेरिकी राजदूत 8 से 21 जनवरी कर बीच भारत, पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान के दौरा बातचीत कर लिए करेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते हफ्ते अफगानिस्तान में तैनात 14 हज़ार अमेरिकी सैनिकों में से आधों को वापस बुलाने का निर्णय लिया था।