अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मंगलवार को कहा कि “वह 27 जून को पाकिस्तान की यात्रा पर द्विपक्षीय सम्बन्धो को सुधारने के लिए जायेंगे जो आरोप-प्रत्यारोप और अविश्वास के कारण खराब हो गए थे।” ईद उल फितर के मौके पर गनी ने सन्देश दिया कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात करने के लिए रजामंद हुए थे।
हाल ही में दोनो की मुलाकात बीते हफ्ते सऊदी अरब में आयोजित इस्लामिक सहयोग संघठन की बैठक के इतर मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि “मुझे उम्मीद है कि यह यात्रा सकारात्मक होगी।” अफगानी नेता ने कहा कि “सऊदी अरब का इमरान खान के साथ फलदायी वार्ता रही थी। लेकिन अभी प्रयोगयात्मक कदम उठाने की जरुरत है। परिचयात्मक बैठकों की जरुरत नहीं है, यहां प्रयोगयात्मक बैठके होनी चाहिए।”
काबुल ने पाकिस्तान पर तालिबानी चरमपंथियों को पनाह देने का आरोप लगाया था जो अफगानिस्तान में आतंकी हमलो को अंजाम दिया था। गनी ने कहा कि “उन्हें उम्मीद है कि वर्षो का अविश्वास को संयुक्त विश्वास और शान्ति की तरफ सहयोग से परिवर्तित किया जा सकता है।”
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के दफ्तर ने कहा कि “1 जून की बैठक के दौरान इमरान खान ने गनी को सुनिश्चित किया कि “इस्लामाबाद अफगानिस्तान में स्थिरता और शांति लाने में काबुल की मदद करेगा।” बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को दोहराया है।”
उन्होंने कहा कि “अफगानिस्तान में अफगान नेतृत्व और अफगान नियंत्रित शांति प्रक्रिया के राजनीतिक समाधान के लिए पाकिस्तान प्रतिबद्ध है।” बयान के मुताबिक अफगानी राष्ट्रपति की आगामी इस्लामाबाद की यात्रा के दौरान अशरफ गनी और इमरान खान सुरक्षा और आर्थिक मामलो पर भी चर्चा करेंगे।