अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के समर्थन में मंगलवार को मध्य परवान प्रान्त में एक चुनावी अभियान की बैठक का आयोजन हुआ था जिसमे बम धमाका किया गया था। परवान गवर्नर के प्रवक्ता वहीदा शंकर ने कहा कि “कार में एक चुम्बकीय बम को प्लांट करने के कारण यह बम धमाका हुआ था। इस धमाके में किसी भी हताहत की कोई सूचना नहीं है।”
अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनावों का आयोजन 28 सितम्बर को होगा जिसे दो बार टाला जा चुका है। तालिबान अपने अभियान के तहत सालो से सरकार से युद्ध कर रही है और उसने इस प्रक्रिया में बाधा डालने की धमकी दी है।
शनिवार को शुरुआत में अफगानिस्तान में राष्ट्रपति के उम्मीदवार गुलबुद्दीन हेक्मत्यर ने कहा कि “जंग से जूझ रहे देश में शान्ति लाने के लिए तरीको में अड़चन काबुल की मौजूदा सरकार है।” तालिबान निरंतर बम धमाको को अंजाम दे रहा हैं। जिसमे कई लोगो की जान गयी है।
काबुल में हुए एक कार हमले के कारण तालिबान और अमेरिका के बीच वार्ता को रद्द कर दिया गया था। तालिबान ने काबुल में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमे एक अमेरिकी सैनिक सहित 12 लोगो की मौत हुई थी।
इसके बाद डेविड कैंप में ट्रम्प के साथ होने वाली गुप्त मुलाकात को रद्द कर दिया था। हालाँकि माइक पोम्पियो ने कहा था कि “प्रशासन समझौते के लिए कार्य कर रहा है लेकिन इसे तब तक नहीं बढाया जायेगा जब तक तालिबान अपने वादों पर खरा नहीं उतरेगा।”
संधि के मुताबिक, अमेरिका को अफगानी सरजमीं से करीब 5000 सैनिको को वापस बुलाना है और इसके बदले तालिबान अलकायदा से अपने सभी संबंधो को तोड़ेगा।