अफगानिस्तान की राजधानी– काबुल के पश्चिमी हिस्से में शैक्षणिक संस्थानों को निशाना बनाते हुए, तीन विस्फोट हुए, जिसमें छात्रों सहित कम से कम छह लोगों की मौत व 24 अन्य लोगो की घायल होने की खबर आई है।
पड़ोस के कई निवासी शिया हजारा समुदाय के हैं, एक जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यक जिसे इस्लामिक स्टेट सहित सुन्नी आतंकवादी समूह अक्सर निशाना बनाते हैं।
काबुल के कमांडर के प्रवक्ता खालिद जादरान ने पुष्टि करते हुए कहा : “तीन विस्फोट हुए हैं… एक हाई स्कूल में, हमारे शिया लोग हताहत हुए हैं।”
अस्पताल के नर्सिंग विभाग के प्रमुख ने (जिन्होंने अपना नाम जाहिर करने से इंकार कर दिया ) कहा कि विस्फोटों में कम से कम चार लोग मारे गए और 14 घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि ऐसा लगता है कि एक आत्मघाती हमलावर ने विशाल परिसर के अंदर एक बम विस्फोट किया, जिसमें 1,000 छात्र आ सकते हैं। विस्फोट के समय स्कूल में युवाओं की संख्या का तत्काल पता नहीं चल पाया।
अफगानिस्तान के कट्टरपंथी तालिबान नेतृत्व ने सभी लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति देने की अपनी प्रतिबद्धता को तोड़ने के बाद, संस्था केवल छठी कक्षा के माध्यम से बच्चों को पढ़ा रहीं थीं।
किसी ने तुरंत दोष का दावा नहीं किया। अतीत में, इस क्षेत्र को अफगानिस्तान के घातक इस्लामिक स्टेट ऑफशूट द्वारा लक्षित किया गया है, जो शिया मुसलमानों को विधर्मी मानता है।
किसी ने तुरंत जिम्मेदारी नहीं ली। इस क्षेत्र को पहले भी अफगानिस्तान के घातक इस्लामिक स्टेट सहयोगी द्वारा लक्षित किया गया है, जो शिया मुसलमानों को विधर्मी के रूप में बदनाम करने में कोई कसार नहीं छोड़ते।
सेव द चिल्ड्रन इन अफगानिस्तान ने एक बयान जारी कर हमले की “कड़ी निंदा” की है और कहा है कि “किसी भी स्कूल को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए और किसी भी बच्चे को स्कूल जाते समय या रास्ते में शारीरिक नुकसान का डर नहीं होना चाहिए।”
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने विस्फोट की निंदा की और कहा: “हम हजारा शिया परिवारों के घर काबुल उपनगर में एक लड़कों के स्कूल के पास घातक हमलों की कड़ी निंदा करते हैं।
स्कूलों व बच्चों पर हमले निंदनीय हैं, उनकी जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और मानकों के अनुरूप जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।”
#Afghanistan: We strongly condemn deadly attacks near a boys’ school in a Kabul suburb, home to Hazara Shia families.
Attacks on schools+children are despicable, they must be investigated & those responsible must be held to account in line with intl norms & standards. pic.twitter.com/H8hPEzokWD
— UN Human Rights (@UNHumanRights) April 19, 2022