अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि “दो अफगान प्रांतो में भिन्न वारदातों में 18 चरमपंथियों को मार गिराया है। पूर्वी ग़ज़नी प्रान्त में आठ तालिबानी चरमपंथियों को मार गिराया है। साथ ही नाटो गठबंधन की सेना ने अफगान नेशनल डिफेन्स एंड सिक्योरिटी फोर्सेज के समर्थन से अंडर जिले के काला ए शिर गाँव में हवाईहमला कर तालिबानी नियंत्रित कमांड पोस्ट को तबाह कर दिया था।
मंत्रालय के बयान के मुताबिक, हक्कानी चरमपंथी समूह का मशहूर कमांडर मुल्ला रमदान भी इसमें मारा गया है और उसके सहयोगी मोहम्मद रहीम जख्मी है और अन्य दो हक्कानी चरमपंथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। सोमवार की रात को एएनडीएसएफ ने दो निशानों ग़ज़नी के नवा और गेलन जिले में रात्रि में अभियान किया था।
अमेरिका ने साल 2012 में हक्कानी को एक आतंकी समूह का दर्जा दिया था और यह तालिबान चरमपंथी समूह का सैन्य विंग है। गठबंधन के हवाई हमले में प्रान्त के डीह याक जिले में गोलाबारुद का अड्डा ध्वस्त हो गया था। यह देश की राजधानी काबुल से दक्षिण में 125 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
गठबंधन की सेना ने एएनडीएसएफ के समर्थन से हवाई हमलो को अंजाम दिया जिसमे नौ तालिबानियों की हत्या हो चुकी है। हवाई हमले चश्माई शीरन, दराज़जोई, टिटिन कोट के क्षेत्रों और उरूज़गन प्रान्त की राजधानी पर हुआ है। इस हमले के सुरक्षा बलों और नागरिकों के हताहत होने की खबर नहीं आयी है।
तालिबान ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हाल ही में तालिबान ने स्प्रिंग आक्रमण अभियान की शुरुआत की थी। तालिबान ने फ़तेह अभियान की शुरआत की थी जो पूरे अफगानिस्तान में संचालित किया जायेगा जिसका मकसद आधिपत्य को जड़ से खत्म करना और मुस्लिम राष्ट्र में भ्रष्टाचार व आक्रमण का सफाया करना है।
अफगानिस्तान में 17 वर्षों की जंग को समाप्त करने के लिए अमेरिकी विशेष सचिव जलमय ख़लीलज़ाद काफी कोशिश कर रहे हैं।