अफगानिस्तान में तालिबान और अफगान सेना के मध्य गतिरोध बना रहता है। अफगान सेना ने अफगानिस्तान के फ़रयब प्रांत में मारे गए 10 आतंकियों में तालिबान के कमांडर मव्लावी नस्रातुल्लाह भी शामिल था। ख़बरों के मुताबिक अफगानिस्तान सेना ने ख़ुफ़िया विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान आतंकियों के एकत्रित हुए डलवात आबाद जिले में हमला कर दिया था, जिसमे 10 विद्रोहियों की घटना स्थल पर ही हत्या कर दी गई थी।
अधिकारिक सूचना के मुताबिक इस जारी अभियान में 15 अन्य विद्रोहियों को भी गिरफ्तार किया गया है। मव्लावी नस्रातुल्लाह फ़रयब प्रांत का एक महत्वपूर्ण कमांडर था। तालिबान के प्रांतीय कमांडर की मृत्यु तालिबानी विद्रोहियों के लिए घटक सिद्ध हो सकता है। हालांकि तालिबान ने इस मसले पर अभी कोई बयान जारी नहीं किया है।
हाल ही में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि कंधार में हुए आतंकी हमले की योजना पाकिस्तान में बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि यह सारी साजिश पाकिस्तान में रची गयी थी। इस्लामाबाद ने राष्ट्रपति गनी के बयान को बेबुनियाद बताया और कहा कि अशरफ गनी ने पाकिस्तान पर गलत आरोप लगाये हैं।
भारत और अफगानिस्तान ने हाल ही में पाकिस्तान पर आतंकिवादियों के पनाहगार होने का आरोप लगाया था। भारत के साथ पाकिस्तान के सम्बन्ध शुरुआत से ही ख़राब रहे हैं लेकिन अफगानिस्तान के आरोपों के बाद के दोनों राष्ट्रों के मध्य कटुता इस कदर बढ़ गयी है कि हर आतंकी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए मान लिए जाते हैं।
इस कड़वाहट के कारण अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते बिगड़ते जा रहे हैं। व्यापार और वाणिज्य समझौते इस द्वन्द के कारण कमजोर पड़ रहे हैं।