अफगानिस्तान में सिलसिलेवार हवाई हमले से तालिबान और इस्लामिक स्टेट के नौ आतंकवादियों की मौत हो गयी है। सैन्य अधिकारियो के हवाले से खम प्रेस ने रिपोर्ट प्रकाशित की कि “हवाई हमले नंगरहार के पूर्वी प्रान्त में किये गए थे। जहां इस्लामिक स्टेट के कुल पांच आतंकवादियों की मौत हुई थी और चार तालिबानी संचालक भी ढेर हो गए थे।”
चार तालिबानी संचालको को अफगानिस्तान के मध्य वारदाक प्रान्त में मार दिया गया था। अफगानिस्तान की सरकार बीते दो दशको से तालिबान के सतह जंग लड़ रही है और शान्ति की पहल नाकामयाब हुई है। जारी अस्थिरता के कारण समस्त देश में आतंकवादी समूहों में विस्तार हुआ है, इसमें आईएसआईएस भी शामिल है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अफगानिस्तान की सरजमीं से अपने सैनिको की वापसी करने के ऐलान का तालिबान के स्वागत किया है। बीते महीने डोनाल्ड ट्रम्प ने तालिबान के साथ अफगानी शान्ति वार्ता को ख़त्म कर दिया था और समझौते को रद्द कर दिया दिया था।
क़तर के राजनीतिक दफ्तर में तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि “अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिको की घर वापसी के अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐलान का हम स्वागत करते है।”
तालिबान ने काबुल में एक आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था जिसमे एक अमेरिकी नागरिक सहित 12 लोगो की मौत हो गयी थी। तालिबानी प्रतिनिधि समूह बुधवार को इस्लामाबाद पंहुचा था और इस्लामाबाद के उच्च स्तर के नेताओं के साथ वार्ता की थी।
तालिबान का अफगानिस्तान पर नियंत्रण साल 1990 के दशक के अंत में था तब भारत के संबंध चरमपंथी समूह के साथ नहीं थे। पाकिस्तान उन चुनिंदा देशो में शामिल है जिसके तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान के साथ संबंध थे।