अफगानिस्तान में हमले के बाद चुनाव आयोग ने कंधार में एक हफ्ते तक चुनाव स्थगित कर दिए। कंधार में अमेरिकी प्रतिनिधि समूह के साथ रक्षा बैठक के दौरान हमला किया गया था। इस हमले में दो वरिष्ठ प्रांतीय अधिकारी और एक पुलिस कर्मी की मौत हो गई।
अफगानिस्तान के आंतकवादी समूह तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकी समूह ने कहा कि उनका निशाना अमेरिका के कमांडर जनरल स्कोट मिलर थे जो मीटिंग में मौजूद थे। लेकिन उन्हें कोई हानि नहीं हुई।
चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव स्थगित कराने का मकसद शहीद अफसरों की मृत्यु पर मातम करने वालों के अधिकारों के लिए किया है। कंधार में शनिवार को होने वाले चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक आयोजित की थी। तभी अफगानी रक्षा कर्मियों ने प्रतिनिधि समूह पर बंदूक तान दी।
कंधार अस्पताल के मुताबिक हमले में दो अफगान पुलिसकर्मी मारे गए और तीन चोटिल हुए हैं। नाटो ने बताया कि अमेरिका के तीनों मौजूद सदस्य खतरे से बाहर है।
कंधार के कानून अधिकारी ने बताया नागरिक इस हमले से सहम गए हैं। ऐसे में शनिवार को मतदान संभव नही है इसलिए मतदान को एक हफ्ते मुल्तवी कर दिया गया है।
मौका ए वारदात लांर मौजूद कैमरामैन ने बताया कि प्रतिनिधि फ़ोटो के लिए एकत्रित ही हुए थे कि बंदूक चलने कि आवाज़े आने लगी। अमेरिकी प्रतिनिधि हेलीकॉप्टर की ओर भागने लगे तो उन पर निशाना साधकर उन्हें रोकने का प्रयास किया गया।
आतंकी समूह तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उनका निशाना अमेरीकी अधिकारी था।
अमेरिकी कर्नल ने बताया कि आतंकवादियों का निशाना पुलिस अधिकारी राजिक था न कि अमेरिस जनरल मिलर थे। उन्होंने बताया कि हमलावर ने पुलिस अधिकारी पर निशाना साधा था और उसके बाद धुंआ फैला कर गायब हो गया।
राजिक को अमेरिका का समर्थन प्राप्त था वह कंधार पर हुकूमत करता था। इससे पूर्व दिवंगत राजिक पर कई हमले हुए। पिछले वर्ष राजिक पर हुए हमले में यूएई के तीन कूटनीतिक अधिकारी मारे गए थे।
तालिबान ने शनिवार को होने वाले चुनावों बाधा डालने के लिए छात्रों और शिक्षकों को चुनाव के लिए स्कूल का इस्तेमाल न किये जाने की धमकी दी।
राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा कि ये हमला चुनाव प्राक्रिय में बाधा पहुंचाने के लिए थी। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि मतदान कर तालिबान आतंकियों के मुंह पर तमाचा जड़े।
अफगान सरकार ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान तालिबान समूह को शरण देता है। इन आरोपों को पाकिस्तान सरकार ने खारिज किया है।