अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावस में बुधवार को 9/11 के समारोह के दौरान एक भयानक विस्फोट हुआ था। अधिकारियो ने किसी हताहत या तबाही की कोई सूचना नहीं दी है। दूतावास के कर्मचारियों ने रिपोर्ट को लाउडस्पीकर पर सुना था कि राकेट से कंपाउंड में एक भयावह विस्फोट हुआ है।
अफगानिस्तान में हमला
अफगानिस्तान के अधिकारियो ने तत्काल को टिप्पणी नहीं की है। न ही नाटो के अभियान ने ब्लास्ट से किसी भी सैनिक के जख्मी होने की रिपोर्ट को साझा किया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने वांशिगटन तालिबान की शान्ति वार्ता से अमेरिका को बाहर खींच लिया था और इसकेबाद यह पहला हमला है।
काबुल में हाल ही में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी जिसमे एक अमेरिकी सैनिक की मौत हुई थी। बीते हफ्ते एक आत्मघाती चार हमले में दो नाटो के सदस्यों और एक नागरिक की मौत हो गे थी। डोनाल्ड ट्रम्प के मुताबिक, एक अमेरिओची नागरिक की मौत काबुल विस्फोट में होने के कारण अफगान शान्ति प्रक्रिया को खत्म कर दिया गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि “तालिबान के साथ वार्ता की मृत्यु हो चुकी है और संकेत दिया कि उन्हें समूह के साथ मुलाकात में कोई दिलचस्पी नहीं है। मैं इस पर चर्चा की तरफ नहीं देख रहा हूँ। मैं किसी पर भी चर्चा नहीं कर रहा हूँ।”
संधि के मुताबिक, अमेरिका को अफगानी सरजमीं से करीब 5000 सैनिको को वापस बुलाना है और इसके बदले तालिबान अलकायदा से अपने सभी संबंधो को तोड़ेगा।