पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान की अमेरिकी यात्रा के बाद अमेरिका में कहा कि यह उन प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरने का वक्त है। पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और राज्य सचिव माइक पोम्पियो से मुलाकात की थी।
राज्य विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागुस ने कहा कि “हम अफगानिस्तान में शान्ति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम सोचते हैं कि यह एक महत्वपूर्ण कदम था और कई ऐसे मामले थे जिन पर चर्चा की गयी थी न सिर्फ राष्ट्रपति के साथ मुलाकात पर बल्कि सचिव स्तरीय मुलाकात में भी काफी मसलो पर चर्चा की गयी थी और अब इस मुलाकात पर निर्माण करने का वक्त है और प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरने का वक्त है।”
इमरान खान की ट्रम्प और पोम्पियो के साथ मुलाकात को पहल करार दिया गया था। उन्होंने कहा कि “इस यात्रा ने राष्ट्रपति और सचिव को पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान के सतह मुलाकात का अवसर दिया और निजी गुफ्तगू करने का वक्त दिया था।”
उन्होंने कहा कि “हम सोचते हैं अब इस पहली सफल मुलाकात पर प्रगति का वक्त है। मैंने एक चीन पर ध्यान दिया है कि पाक प्रधानमन्त्री ने कहा था कि वह तालिबान से अफगानिस्तान के साथ बातचीत करने के लिए आग्रह करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है।”
ओर्टागुस ने कहा कि “जब बात आतंकवाद से लड़ने की आ जाती है तो अपने समक्ष ऐसे राज्य सचिव है जो अपने पूरे कार्यकाल में इसके प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं और वह इस मसले को हमेशा अपने दोस्तों और सहयोगियों व सभी के समक्ष उठाते रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि “हम इस सन्दर्भ में पाकिस्तान के साथ करीबी से कार्य कर रहे हैं और हम सोचते हैं कि पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री का बयान बेहद लाभदायक होगा।”