अफगानिस्तान के लेमन क्षेत्र में शनिवार को अमेरिका ने ड्रोन से हमला किया था जिसमे करीब पांच तालिबानी आतंकियों की मौत हो गयी थी। जियो खबर के मुताबिक, दो मिसाइलो से क्षेत्र के एक घर पर हमला हुआ था जिसमे हाफिज गुल बहादुर आतंकी समूह से सम्बंधित चार चरमपंथियों की मौत हो गयी थी।
यह आतंकी समूह पाकिस्तान के तालिबान का गुट है। बीते महीने डोनाल्ड ट्रम्प ने पॉलिसी को बदलते हुए सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी से ड्रोन हमले में मारे गए नागरिकों की संख्या को प्रकाशित करने का आदेश दिया था। इस नीति का निर्माण साल 2016 में ओबामा शासन दौरान हुआ था।
नीति के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अधिक पारदर्शिता का दबाव बनाया था। बीते माह अमेरिकी सेना को भान हुआ कि सोमालिया में हवाई हमले के दौरान नागरिको की भी मौत हुई थी। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने साल 2018 में सोमालिया पर ड्रोन हमले में अमेरिका पर नागरिकों की हत्या करने का आरोप लगाया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सत्ता सँभालने के बाद वांशिगटन ने सोमालिया में हवाई हमलो के अभियान को तीव्र कर दिया है। अमेरिका की सेना ने कहा कि “बुधवार को सोमालिया के अर्ध स्वायत्त पुंटलैंड क्षेत्र में अमेरिका ने हवाई हमला किया था और इससे इस्लामिक स्टेट के 13 आतंकवादी ढेर हो गए हैं।”
साल 1991 से सोमालिया गृह युद्ध और इस्लामिक चरमपंथ से जूझ रहा है। इस दौरान क्लान वरलॉर्डस ने एक तानाशाह को उखाड़ फेंका था और दोनों एक दूसरे के खिलाफ हो गए थे। अमेरिका ने अफ्रीका के सबसे खतरनाक आतंकी समूह अल शबाब के खिलाफ बीते वर्ष हॉर्न ऑफ अफ्रीका राष्ट्र में 50 से अधिक आतंकी हमले किये थे।
अमेरिका की स्पेशल फोर्स ने पिछले साल 12 अक्टूबर को केंद्रीय सोमालिया में स्थित मुदुग क्षेत्र के हरारधीरे शहर के आसपास एक हवाई हमले में अल-शबाब के 60 आतंकियों को ढेर कर दिया था।