स्टार निशानेबाज अपूर्वी चंदेला के पास जनवरी से पहले निशानेबाजी में कोई स्वर्ण पदक नही था लेकिन अब उनके नाम विश्वकप में दो स्वर्ण पदक हो गए है।
स्टार शूटर जिन्होने फरवरी में नई दिल्ली में आयोजित हुए विश्वकप में अपना पहला 10 मीटर एयर राइफल स्वर्ण पदक जीता था, उन्होने अब रविवार को म्यूनिख आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर राइफल में पोडियम में शीर्ष पर खड़े होकर एक और स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है। पिछले महीने बीजिंग में हुए दूसरे विश्वकप में उन्होने चौथे स्थान पर समाप्त किया था।
रविवार को शीर्ष पर आने के लिए अपूर्वी ने 251 का स्कोर हासिल किया जो दूसरे स्थान पर चीन की लुयाओ वेंग 250.8 से केवल 0.2 अंक से आगे थी। वही तीसरे स्थान पर चीन की होंग एक्सयू रही जिन्होने 229.4 स्कोर हासिल किया।
यह जीत अपूर्वी के लिए विशेष थी क्योकि पिछले साल सामान्य जगह पर वह चौथे स्थान पर थी और स्वर्ण पदक अपने नाम करने से 5.9 के स्कोर से चूंक गई थी।
पिछले साल की यादे रविवार को मैच के दौरान अपूर्वी के दिमाग में थी। उन्होने कहा, ” हां मुझे याद है पिछली बार फाइनल में 5.9 के स्कोर से रह गई थी लेकिन उसके बाद मैंने अपने फाइनल मुकाबलो के लिए कड़ी मेहनत की है, मैं अपनी रणनीतियों में खड़ी रही और मैंने अपने प्रदर्शन को प्रभावित नही होने दिया।”
पिछले साल म्यूनिख में विश्वकप के बाद, अपूर्वी ने 6 प्रतियोगिताओ में हिस्सा लिया और हर बार वह फाइनल में जगह बनाने में सफल रही। 6 फाइनल में से उन्होने 2 में स्वर्ण पदक अपने नाम किए। और बाकि अवसरो में वह तीन बार चौथे स्थान पर रही और एक बार पांचवे स्थान पर।
अपूर्वी का मानना है कि जो मेहनत वह भारत के घरेलू सर्किट में करती है वह उन्हे ऐसा करने में मदद करता है। उन्होने कहा, ” मुझे भारत में मुश्किल चुनौतिया मिलती है। वेलरिवन ने भी कल अच्छा शूट किया और कई दूसरे निशानेबाज भी पिछले कुछ समय से लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आए है। और इससे मुझे भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलती है।”