अनुभवी कबड्डी खिलाड़ी और भारत के विश्वकप जीतने वाले कप्तान, अनूप कुमार ने तत्काल-प्रभाव से अपने सन्यास की घोषणा की। श्रीलंका में दक्षिण एशियाई खेलों में 2006 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत करने वाले कुमार ने पंचकुला में गुजरात फॉर्च्यूनियंस के खिलाफ जयपुर पिंक पैंथर्स की टीम के रूप में अपने सन्यास की घोषणा की।
15 साल से लंबे इस सफर में अनूप कुमार ने जीत के लिए कई टीमो का नेतृत्व किया और कबड्डी के खेल को बहुत उजागर किया।
Bonus Ka Badshah 🙌
Captain Cool 😎@IamAnupK – Game se retired, dilon se nahi! ❤️ pic.twitter.com/ovJ5V8DbZQ— ProKabaddi (@ProKabaddi) December 19, 2018
कबड्डी में अनुभवी रहे अनूप कुमार राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे जब टीम 2010 और 2014 में स्वर्ण पदक जीती थी। उसके बाद अनूप कुमार ने 2014 में भारतीय राष्ट्रीय कबड्डी टीम का नेतृत्व किया और उनके कार्यकाल में एशियन गेम्स में टीम ने साल 2014 में 2 स्वर्ण पदक जीते थे और 2016 में कब्ड्डी विश्वकप जीता था। प्रो कबड्डी सीजन-2 में अनूप कुमार यूं- मुम्बा के कप्तान बने थे और उन्होने टीम को उस सीजन का खिताब जितवाया था। अनुप कुमार ने अर्जुना अवॉर्ड भी जीता है।
अपने सन्यास की घोषणा करते हुए अनूप कुमार ने कहा “जब मैंने कबड्डी खेलना शुरु किया था, तो मैने इस खेल में निवेश किया क्योकि मुझे यह खेल पसंद था, सालो से यह शौक मेरे जीवन का महतव्पूर्ण हिस्सा बन गया। जब मैनें कबड्डी पेशेवर रुप से खेलने शुरु किया तो, मेरा सपना था कि, मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करू और अपने देश के लिए गोल्ड मेडल जीतू, मैं उन भाग्यशाली लोगो मे से एक हूं जिसे अपना महत्वपूर्ण सपना पूरा करने का अवसर मिला।”
35 साल के अनूप कुमार ने कहा “आज प्रो कबड्डी लीग के साथ, कबड्डी खेल का परिणाम बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह मंच मेरे जीवन का एक बेहद महत्वपूर्ण पहले है और यही कारण है कि मैं इस मंच से अपने सन्यास की घोषणा कर रहा हूं। संयोग से आज मेरे बेटे का 10वां जन्मदिन है, और मैं अपने सन्यास के साथ इस लम्हें को और यादगार बनना चाहता हूं। आगे उन्होने कहा, यदि कुछ भी हो मैं आगे इस खेल से जुड़ा रहना चाहता हूं।”