राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के प्रमुख सरसंघचालक मोहन भागवत भोपाल के प्रवास पर है और आगामी दो दिन अनुषांगिक संगठनों की बैठक लेना प्रस्तावित है। इन बैठकों में सभी अनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों को अपना एक साल का हिसाब देना पड़ेगा।
स्ांघ सूत्रों के अनुसार, अनुषांगिक संगठनों की दो दिन की बैठक आज बुधवार से शारदा विहार में शुरू हो रही है। इस बैठक में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रमुख हिस्सा लेने वाले हैं। दो दिन की इस बैठक में सभी अनुषांगिक संगठनों को, जिसमें भाजपा भी शामिल है, उन्हें अपने एक साल के कामकाज का ब्यौरा देना होगा, क्योंकि दोनों ही राज्यों में कांग्रेस की सरकार है।
सूात्रों के अनुसार, इन दो दिनों की बैठक में नागरिकता संशोधन कानून पर भी चर्चा होगी। कांग्रेस द्वारा इस कानून को लेकर बनाए जा रहे विरोधी माहौल का मुकाबला किस तरह से अब तक किया गया और आगे क्या किया जाए इस पर भी विमर्श होगा।
ज्ञात हो कि, संघ प्रमुख 31 जनवरी से राज्य के प्रवास पर हैं। तीन दिन गुना के युवा शिविर में हिस्सा लिया, उसके बाद भोपाल में दो दिन की जिला प्रचार व विभाग प्रमुखों की बैठक हो चुकी है। प्रचारकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सीएए को लेकर कांग्रेस द्वारा बनाए जा रहे विरोधी माहौल का मुकाबला करने के लिए समाज में जाएं।