रियल एस्टेट के एक विज्ञापन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की तस्वीर का बिना इजाजत इस्तेमाल करने पर एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। ईरानी के सहयोगियों द्वारा दायर शिकात में कहा गया है कि उनकी तस्वीर का उपयोग एक रियल एस्टेट डेवलपर द्वारा एक विज्ञापन में उसकी सहमति के बिना किया गया है।
ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग को दी गई अपनी लिखित शिकायत में कहा कि साई ग्रीन सिटी, जगदीशपुर द्वारा जमीन बेचने के लिए एक स्थानीय पत्र प्रकाशित किया गया, जिसमें कुछ प्रख्यात लोगों सहित स्मृति ईरानी के फोटो, नाम और पदनाम का इस्तेमाल किया गया।
पुलिस अधिक्षक गर्ग ने कहा, “इस संबंध में पत्र में कहा गया है कि खरीदारों को आकर्षित करने के लिए उनकी सहमति के बिना विज्ञापन में मंत्री के नाम और तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।”
पत्र में कार्रवाई की मांग की गई है और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ जगदीशपुर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस जांच शुरू कर दी गई है।
साई ग्रीन सिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर वीरेंद्र विधी, उनके साथी सोनू यज्ञ सैनी, गांव प्रमुख प्रताप सिंह और अन्य से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि एक जन प्रतिनिधि के चित्र, नाम और पद का उपयोग करना बिना उनकी सहमति के एक अपराध है।
स्मृति ईरानी के अलावा, उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश पासी और निवर्तमान जिला इकाई के प्रमुख दुर्गेश त्रिपाठी के नाम और तस्वीर का भी विज्ञापन में इस्तेमाल किया गया है।
यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया था जब कांग्रेस नेता और विधायक दीपक सिंह ने एक ट्वीट के जरिए इस मामले को उजागर करते हुए कहा था, “स्मृति ईरानी को अमेठी जीते एक साल भी नहीं हुआ है और वह अखबारों में विज्ञापन देकर प्लॉट बेच रही हैं।”