दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में दिल्ली और मध्यप्रदेश के बीच खेले जा रहे ग्रुप मुकाबले में दिल्ली की टीम से अनुज रावत ने एक शानदार शतक लगाया और अपनी टीम को इस मैच में जीत की ओर बढ़ाया। वही मध्यप्रदेश की तरफ से पहली इनिंग में तेज गेंदबाज आवेश खान ने 6 विकेट चटकाए लेकिन दिल्ली की टीम को पहली इनिंग में बढ़त लेने से नही रोक पाए।
दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज अनुज ने रविवार को 183 गेंदो का सामना करते हुए 134 रन बनाए और अपनी टीम को पहली इनिंग में 261 के स्कोर तक लेकर गए। मध्य प्रदेश की टीम पहली इनिंग में केवल 132 रन ही बना पाई थी। दिल्ली की टीम ने पहली इनिंग में 132 रनो से बढ़त बना रखी है।
रविवार का दिन अनुज के नाम रहा और यह उनके करियर की अबतक की सबसे शानदार इनिंग थी। जिस तरह से उन्होने दबाव में आक्रमण किया, रावत ने आईपीएल बोली पर चुटकी लेते हुए कहा आईपीएल अनुबंध पर चूंक गए थे। ” यह इनिंग थोड़ी देर से आयी।”
पूर्व भारतीय अंडर-19 खिलाड़ी ने कहा ” मुझे बुरा लगा लेकिन आईपीएल ने मुझे सिखाया कि मुझे और महनत करने की जरूरत है। यह सिनियर क्रिकेट की अबतक की मेरी सबसे अच्छी इनिंग है।”
दिल्ली की टीम का स्कोर एक वक्त पर 5 विकेट के नुकसान पर 36 रन था। आवेश खान दिल्ली की टीम की कमर तोड़ने में कामयाब थे और उन्होने कुनाल चंढीला (0), ध्रुव शोरे (0), नितिश राणा (0) और हितेन दलाल(0) को शून्य के स्कोर पर चलता किया।
राजकुमार शर्मा (विराट कोहली के कोच) द्वारा प्रशिक्षित युवा रावत ने सराहनीय स्वभाव और पिच में उचित खेल दिखाया और ललित यादव के साथ छठे विकेट के लिए 60 रनो की साझेदारी की। ललित के 25 रन बनाकर आउट होने के बाद रावत ने शिवम शर्मा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 118 रन की साझेदारी की।
जिससे दिल्ली की टीम पहली इनिंग में लीड लेने में सफल रही, रावत विकेट को दोनो पक्षो से अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होने अपनी इस पारी में 14 चौके और 4 छक्के लगाए थे। रावत अब दिल्ली की टीम के लिए एक मजबूत स्तंभ है क्योकि ऋषभ पंत इस समय राष्ट्रीय कर्तव्य पर है।
रावत ने कहा ” अगर ऋषभ पंत वापस आते है तो, फिर भी मैं टीम के लिए बहुत रन बनाना चाहता हूं कि टीम मुझे उनके आने पर एक बल्लेबाज के रुप में टीम में चुन सके। वही दूसरे अंडर-19 के खिलाड़ी जिन्होने इस मैच में सुर्खिया बटोरी वह आवेश खान थे। जिन्होने अबतक इस रणजी ट्रॉफी सीजन में 35 विकेट लिए है।
आवेश खान ने कहा ” मेरी सफलता का राज मैनेजमेंट के द्वारा दिया गया भार है। सहयोगी स्टाफ ने कहा है की मुझे नेट्स में ज्यादा देर गेंदबाजी नही करनी चाहिए और मैच में प्रदर्शन देने के लिए तरोताजा रहूं।”
दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से खेलने वाले इस तेज गेंदबाज ने कहा, चयन मेरे हाथ में नही है क्योंकि उनको इंडिया-ए सीरीज के लिए टीम में जगह नही मिली थी। मेरा हाथ में बस प्रदर्शन करना है और मैं उस पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।