रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए आईपीएल का यह सीजन भी बेहद निराशाजनक रहा और टीम के पास एक अच्छी शुरुआत नही थी। उन्होने आईपीएल के दूसरे हाफ में चीजो को बहुत ठीक करने की कोशिश की, लेकिन अपनी ही गलतियों से चीजे उनके हाथ से निकलती गई और वह जानते थे कि क्या चीजे उन्हे भारी पड़ रही है। जिसमें सबसे बड़ी चीज सीजन के शुरुआत में लगातार छह मैच हारना था। उसके बाद, उनके लिए रास्ता आसान नही था और वह आईपीएल से बाहर होने वाली सबसे पहली टीम बनी थी।
विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम की समस्याएं नीलामी में ठीक उसी समय शुरू हुईं, जब उन्होंने कुछ अच्छे नामों पर ध्यान देने का फैसला किया, जो उनके लिए अच्छा था। टीम के पास इस सीजन में कुछ प्रतिभाएं भी थी, लेकिन उन्हें अपनी प्रतिभा को बाहर निकालने का ज्यादा समय नही मिला और कुलमिलाकर सही समय पर सही निर्णय नही लेने के कारण आरसीबी प्लेऑफ में इस सीजन भी जगह नही बना पाई। अब आरसीबी के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने बताया है कि एक मजबूत बल्लेबाजी क्रम होने के बावजूद टीम कहा गलत चले गई।
चयन निर्णय सही नहीं लिए गए:अनिल कुंबले
कुंबले, जिन्होंने आरसीबी को आईपीएल 2009 के फाइनल में पहुंचाया था, ने कहा कि फ्रेंचाइज़ी की सोच टीम चयन में बेहतर निर्णय लेने में विफल रही और यही बात उन्हें वापस लाने के लिए आई।
कुंबले ने क्रिकनेक्सट से कहा, “आरसीबी के लिए चयन प्रकिया उनके रास्ते पर नही चली। वह अपनी प्लेइंग-11 में केवल तीन विदेशी खिलाड़ियो के साथ खेल रहे थे। बल्लेबाजी पूरी तरह से एबी डिविलियर्स और विराट कोहली पर निर्भर थी। हालांकि, जब यह दोनो खिलाड़ी रन बनाने में नाकाम रहते तो बाकि के बल्लेबाज भी रन नही बना रहे थे। फ्रैंचाइज़ी के लिए गेंदबाज़ी में बढ़ोतरी, क्योंकि उनके सीनियर गेंदबाज़ उमेश यादव बेहद असंगत थे।
युजवेंद्र चहल ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया था। लेकिन आखिरी में जब टीम अच्छा कर रही थी मोईन अली और मार्कस स्टोइनिस को खोना टीम के लिए बिलकुल भी ठीक नही रहा। डेल स्टेन दो मैच के लिए आए थे और उन्होने बहुत प्रभावित किया, लेकिन उसके बाद दुर्भाग्यपूर्ण उन्हे भी चोट के कारण बाहर होना पड़ा।”