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    अनिल कपूर ने बताया कि कैसे फिल्म "स्लमडॉग मिलियनेयर" की ऑस्कर जीत के एक रात पहले उन्हें अपनी पत्नी सुनीता कपूर से डांट सुनने को मिली

    जब अनिल कपूर की फिल्म “स्लमडॉग मिलियनेयर” को 2009 में ऑस्कर मिला तो वे इतिहास का हिस्सा बन गए मगर अभिनेता ने बताया की कैसे एक शाम पहले उन्हें अपनी पत्नी सुनीता कपूर से डांट सुनने के लिए मिल रही है। डैनी बॉयल द्वारा निर्देशित फिल्म को 81वे अकादमी अवार्ड्स में 10 नॉमिनेशन मिले थे जिसमे से फिल्म ने 8 ट्रॉफी अपने नाम की थी।

    अनिल कपूर ने एक घिनौने गेम शो होस्ट का किरदार निभाया था। PTI को उन्होंने बताया-“परिवार के लिए, ऑस्कर मायने नहीं रखती। मैं और मेरी पत्नी ऑस्कर की एक रात पहले सोनम के बारे में बात कर रहे थे। मैंने कहा-‘मुझे सोने दो’ और उन्होंने कहा-‘ऑस्कर को छोड़ो और पहले मुझे सुनो’। तो उस वक़्त भी, परिवार मेरी प्राथमिकता थी। ऑस्कर सेरेमनी से एक रात पहले मुझे सुनीता से बहुत डांट सुनने को मिली थी।”

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    अभिनेता मुंबई में, इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए रखी गयी सेरेमनी में बातचीत कर रहे थे। उनके साथ गुलज़ार और ए आर रेहमान भी मौजूद थे। रेहमान अपने गाने ‘जय हो’ के लिए एक ही रात में दो ऑस्कर जीतने वाले पहले भारतीय बन गए थे। फिल्म को बेस्ट फिल्म, डायरेक्शन, स्क्रीनप्ले, सिनेमेटोग्राफी, एडिटिंग और ‘रसूल पूकुत्टी’ की साउंड मिक्सिंग के लिए भी ऑस्कर मिला था।

    कपूर ने बताया कि जैसे ही फिल्म को बेस्ट फिल्म का अवार्ड मिला तो उन्हें अपने मशहूर ‘राम लखन’ वाले डांस स्टेप करने की तीव्र इच्छा हुई। उनके मुताबिक, “मगर मैंने ये सोचा कि अगर मैंने ये कर लिया, तो मैं प्रोटोकॉल तोड़ दूंगा और वो लोग मुझे गिरफ्तार कर लेंगे। अगर ये भारत होता तो मैं कर लेता। मैं डांस करने के लिए मर रहा था। जब डांसर्स ‘जय हो’ पर नाच रहे थे तो सोचो मैंने खुद को ना नाचने के लिए कितना रोका होगा।”

    अपने इंटरनेशनल डेब्यू के बाद, उन्होंने ‘मिशन इम्पॉसिबल’ में भी काम किया। उन्होंने बाद में, आतंकवादी ड्रामा ’24’ के भारतीय संस्करण का निर्माण और उसमे अभिनय किया।

    उन्होंने कहा-“मैंने जो कुछ भी किया है, वो जबरदस्त रहा है और मुझे बहुत गर्व है। ’24’, ‘मिशन इम्पॉसिबल’ और ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’, सभी को समीक्षकों से बहुत प्यार मिला और बहुत बड़ी कामयाब साबित हुई। मुझे कई बड़े निर्देशक और प्रोडक्शन हाउस से प्रस्ताव मिले थे।”

    “मगर मेरे लिए कुछ भी इतना उत्साहित नहीं था। मुझे खुद अपना स्तर बढ़ाना था। वे मेरे इंतज़ार के लायक होना चाहिए। आप चौक जायेंगे-मैं फिल्मों का नाम नहीं लेना चाहता-जिन फिल्मों के लिए निर्देशक और निर्माताओं ने मुझे चुना है। मगर जो मुझे दिया गया उससे मैं खुश नहीं था।”

    साइमन ब्यूफॉय द्वारा लिखे गए स्क्रीनप्ले, विकास स्वरुप द्वारा लिखी गयी नॉवेल ‘Q & A’ से प्रेरित थी। इस फिल्म में देव पटेल, फ्रीडा पिंटो और इरफ़ान खान ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी।

     

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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