अनिल अंबानी के पास एरिक्सन का कर्ज चुकाने के अब केवल एक दिन बाकी रह गया है जिसमे उन्हें कुल 80 मिलियन डॉलर का कर्ज चुकाना है और यदि वे इसमें असफल होते हैं तो कोर्ट के सुनाये गए फैसले के अनुसार उन्हें जेल जाना होगा।
एरिक्सन के कर्ज के बारे में जानकारी :
अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन कंपनी ने अतीत में एरिक्सन से अपनी मोबाइल टावर आदि परिसंपत्तियों की मरम्मत का कार्य करवाया था। इसके बाद रिलायंस ने एरिक्सन को इस कार्य के लिए शुल्क बाद में देने का वायदा किया था। इसके लिए रिलायंस ने एरिक्सन से चाँद महीनों का समय माँगा था। यह अवधि ख़त्म होने के बाद रिलायंस ने लिमिट को आगे बढाने को कहा था लेकिन फिर भी पैसा ना मिलने पर एरिक्सन कोर्ट में पहुँच गया और अनिल अंबानी के खिलाफ शिकायत की।
इस पर कोर्ट ने अनिल अंबानी को अतिरिक्त समय दिया लेकिन तब अनिल अंबानी ने अपने आप को दिवालिया बताया। इस पर कोर्ट ने इसकी परिसंपत्तियां बेचनी चाहि लेकिन इसके खिलाफ फैसला लिया गया और आखिरकार कोर्ट ने अपना आखिरी फैसला सुने जिसके अनुसार अनिल अंबानी को एक महिना और दिया गया। अनिल अंबानी यदि एक महीने के अन्दर कर्ज नहीं चूका पाते हैं तो उन्हें तीन महीने की जेल होगी।
यदि रिलायंस को दिवालिया घोषित किया जाता है तो क्या होगा ?
अब यदि उन्हें दिवालिया घोषित कर दिया जाता है तो रिलायंस की सारी परिसंपत्तियों पर खतरा हो जाएगा। यह सब ट्रिब्यूनल के स्वामित्व में आ जायेंगी। इन सभी परिसंपत्तियों की बोली लगाईं जायेगी और उससे प्राप्त हुए वित्त को कर्जदारों की कर्ज अदायगी में प्रयोग किया जाएगा। बतादें की यदि ऐसा होता है तो उनकी फाइबर और टावर आदि परिसंपत्तियां असली मूल्य से कम में बिकेंगी जिससे रिलायंस को घाटे के सिवा कुछ नहीं होगा।
इसके अतिरिक्त एरिक्सन ने कोर्ट में यह भी गुहार लगाईं थी की अनिल अंबानी की निजी संपत्ति को भी कर्ज अदा करने में प्रयोग कर लिया जाये। हालांकि कोर्ट द्वारा इस निवेदन को नहीं स्वीकार गया था।