राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के ऑफिस के पास जैश के आतंकी ने रेकी की। यह बात पता लगने के बाद अजीत डोभाल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अजीत डोभाल उरी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही पड़ोसी देश पाकिस्तान के आतंकी संगठनों का टारगेट हैं। इसी के चलते अजीत डोभाल पर हमला करने की साजिश रची गई थी। जिसके लिए आतंकी हिदायतुल्लाह ने उनके ऑफिस की रेकी की है। हिदायतुल्ला को जम्मू कश्मीर से अरेस्ट कर लिया गया है और उसने पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं।
ये रेकी पाकिस्तान के आतंकी संगठन ने करवाई थी और उनका मकसद था कि अजीत डोभाल पर हमला किया जा सके। हिदायतुल्लाह ने यह भी खुलासा किया है कि अजीत डोभाल पर आतंकी संगठनों ने पैनी नजर रखी हुई है। उनके ऑफिस के आसपास के इलाके से संबंधित कई वीडियो पाकिस्तान पहुंचाए जा चुके हैं। हिदायतुल्लाह कुछ दिन पहले गिरफ्तार हुआ है और उसने पूछताछ में यह सब बातें कही हैं। इस खुलासे के बाद अजीत डोभाल के घर और दफ्तर के बाहर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
हिदायतुल्लाह जम्मू कश्मीर में भी किसी बड़ी आतंकी घटना अंजाम देने वाला था लेकिन उससे पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। उसकी खोज जनवरी से ही जारी थी लेकिन अब जाकर वह पकड़ में आ पाया। जम्मू कश्मीर के किसी शहर में वह फिदायीन हमला कर सकता था। ये बात उसने खुद ही कबूल करी है। हिदायतुल्लाह के पास से कुछ खतरनाक हथियार भी मिले हैं।
इस घटना के बाद से सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं। गिरफ्तार शख्स कश्मीर से दिल्ली सिर्फ इस रेकी के लिए आया था ताकि वह अजीत डोभाल के कार्यालय व सीआईएसएफ के सुरक्षा विस्तार का खूफिया वीडियो बना सके और उसको किसी खतरनाक घटना को अंजाम देने के लिए प्रयोग कर सकें। अजीत डोभाल एक तेजतर्रार सुरक्षा सलाहकार हैं और भारत की सुरक्षा नीतियों को बनाने व लागू करने में अहम भूमिका निभाने वालों में से एक हैं। पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक भी उन्ही के कारण हुई थी। इसके बाद से पाकिस्तान के आतंकी बौखलाए हुए हैं।
वे किसी की तरह से भारत से बदला लेना चाहते हैं। इसी के चलते उन्होंने अपना निशाना अजीत डोभाल को बनाया था हालांकि वक्त रहते उनके सुरक्षा कड़ी कर दी गई है । हिदायतुल्ला ने दिल्ली के और भी कई प्रमुख और महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की थी। माना जा रहा है कि वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
पिछले साल से ही किसी बड़ी घटना की तैयारी की जा रही थी, हालांकि अब केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस मामले में एक्टिव हो चुका है। गिरफ्तार आतंकी से और भी कई जानकारियां निकलवाई जा रही हैं। संभव है कि 26 जनवरी के दिन भी इस तरह की कोई घटना करने की आतंकियों की योजना रही हो। लेकिन सुरक्षा कड़ी होने के चलते वे ऐसा करने में सफल ना हो पाए हों। पाकिस्तान अजीत डोभाल के खौफ से इतना ज्यादा डरा हुआ है कि उसने आतंकियों से उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। हालांकि उनकी सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है और उनके घर और दफ्तर के आसपास का माहौल काफी सुरक्षित बना दिया गया है।