अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर, हमने महिला केंद्रित फिल्मों की एक सूची एकत्र की है जो महिलाओं की शक्ति का जश्न मनाती हैं। ये फिल्में समाज के आईने को पेश करती है कि कैसे पुरुष प्रधान समाज में रहकर महिलाएं अपने लिए रास्ता खुद तय करतीं हैं। ये फिल्में दिखती है कि महिलाओं को किन-किन भेदभाव का सामना करना पड़ता है, फिर भी उन्हें समाज में वो अधिकार नहीं मिलता जिसकी वो हक़दार है। इन फ़िल्मों से ना ही आपको प्रेरणा मिलती है परन्तु अपने हालातों से लड़ने का साहस भी मिलता है। तो आईये देखते है की इन फ़िल्मों की मुख्य महिला नायिकाओं ने किन संघर्षो से निकल कर अपने लिए अपना रास्ता खुद बनाया।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) : 5 बॉलीवुड फिल्में जो आधुनिक महिलाओं की बदलती कहानियां साझा करती हैं:
1) Queen
रानी, यानी कंगना रनौत, जिसकी अभी-अभी शादी टूटी हैं, अपने हनीमून पर अकेले यूरोप जाने का रोमांचकारी निर्णय लेती है। इस यात्रा में उसे अपनी वास्तविक क्षमता का पता चलता है।
यह फिल्म कहां देखें: Netflix
अभिनीत: कंगना रनौत, राजकुमार राव
2) English Vinglish
एक शांत, मधुर स्वभाव वाली गृहिणी अंग्रेजी बोलने और समझने में असमर्थता के कारण अपने पढ़े-लिखे पति और बेटी से हर दिन अपमान सहन करती है। एक दिन, वह अपनी अक्षमता को दूर करने का फैसला करती है और अंग्रेजी की कक्षा में दाखिला लेती है। इस सफ़र में वह कई बाधाओं का सामना करती है।
यह फिल्म कहां देखें: Zee5
अभिनीत: आदिल हुसैन, श्रीदेवी
3) Pink
फिल्म “पिंक” में मीनल, फलक और एंड्रिया नाम की तीन आत्मनिर्भर महिलाएं एक रॉक कॉन्सर्ट में राजवीर और उसके दोस्तों से मिलती हैं। राजवीर और उसके दोस्त लड़कियों का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं, उनसे बचने के लिए मीनल राजवीर के सिर पर बोतल से वार कर देती है। दूसरी ओर राजवीर जो कि एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखता है, एक पिछली तारीख का मामला ( FIR) दायर करता है और मीनल को गिरफ्तार करवाता है। फलक और एंड्रिया मीनल को बचाने की पूरी कोशिश करते हैं और एक सेवानिवृत्त वकील दीपक सहगल की मदद लेते हैं। वह शक्तिशाली राजवीर के खिलाफ केस लड़ने में उनकी मदद करता है।
यह फिल्म कहां देखें: Amazon Prime Video
अभिनीत: अमिताभ बच्चन, तापसी पन्नू, कीर्ति कुल्हारी, एंड्रिया तारियांग
4) Piku
पीकू स्वतंत्र विचारों वाली एक स्वतंत्र, बुद्धिमान, मनमौजी महिला है। वह अपने विधवा पिता भास्कर बनर्जी के साथ दिल्ली में रहती हैं, जो करीब 70 साल के हैं। भास्कर दा एक बूढ़े व चिड़चिड़े आदमी है जो कब्ज़ की समस्या से परेशान रहते है। कब्ज़ की कठिन समस्याओं से परेशान भास्कर हमेशा पीकू से ही नहीं बल्कि हर शख्स से कब्ज़ की बातें करते हैं। दूसरी ओर, पारिवारिक उथल-पुथल के बीच, राणा चौधरी हैं , जो हिमाचल कैब कंपनी के मालिक हैं।
कहानी में दिखाया गया है कि कैसे पीकू अपने झगड़ालू लेकिन प्यारे पिता की पूरी ज़िम्मेदारी उठाते हुए घर और ऑफिस को मैनेज करती है। एक दिन भास्कर पीकू को सड़क मार्ग से कोलकाता जाने के लिए ब्लैकमेल करता है। फिर क्या, पीकू को तो मानना ही पड़ा! राणा चौधरी उन्हें कोलकाता तक छोड़ने की जिम्मेदारी खुद लेता है। यह कहानी इन तीनों की रोड ट्रिप के दौरान हुई मीठी गपशप और दरार को दिखाती है।
यह फिल्म कहां देखें: Sony Liv
अभिनीत: अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण, इरफान खान
5) Kahaani
विद्या बागची, एक गर्भवती महिला, को अपने लापता पति की तलाश लंदन से कोलकाता ले आती है, लेकिन वह इस तलाश में जिससे भी मिलतीं है वो उसके पति को मिलने या पहचानने से मन कर देता है।
यह फिल्म कहां देखें: Amazon Prime Video
अभिनीत: विद्या बालन, परमब्रत चटर्जी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी