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डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी नाम विपक्ष की तरफ से 2019 में प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया। रविवार को चेन्नई में विपक्षी नेताओं के जमावड़े के बीच स्टालिन ने ये बात रखी।

स्टालिन ने कहा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 वर्षों के शासन काल में देश 15 साल पीछे चला गया है। अगर उन्हें एक और मौका मिला तो देश 50 साल पीछे चला जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी एक राजा की तरह बर्ताव कर रहे हैं। उन्हें रोकने के लिए हम साब को साथ आना होगा।”

उन्होंने आगे कहा “तमिलनाडू की धरती से मैं प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए राहुल गाँधी का नाम प्रस्तावित करता हूँ। मैं प्रस्ताव करता हूं कि हम दिल्ली में एक नया प्रधान मंत्री स्थापित करेंगे। मैं तमिलनाडु से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का प्रस्ताव रखता हूं। उनमे प्रधानमंत्री मोदी को हराने कि क्षमता है।”

इससे पहले, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चेन्नई में डीएमके के मुख्यालय में  द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि की मूर्ति का अनावरण किया था। इस समारोह में राहुल गाँधी के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराय विजयन और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के अलावा कई अन्य दलों के नेता, उद्योगपति और अभिनेता से नेता बने रजनीकांतक भी उपस्थित थे।

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस को मिली जीत के बाद ये पहला अवसर था जब विपक्षी दलों के नेता  एक साथ इकट्ठे हुए थे।

करूणानिधि की प्रतिमा के अनावरण के बाद टीडीपी प्रमुख चन्द्रबाबू नायडू ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “जनता ने भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया लेकिन उन्होंने सारे संवैधानिक संस्थाओं को नुकसान पहुँचाया। संघवाद नष्ट हो गया है। वे सीबीआई का दुरुपयोग कर रहे हैं। यह भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए एक प्रमुख संस्था है, अब यह खुद भ्रष्टाचार में उलझा हुआ है। उन्होंने सीबीआई निदेशक को हटा दिया। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने इस्तीफा दे दिया है।”

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी नेताओं को डराने और दबाने के लिए ईडी और आईटी का इस्तमाल किया जा रहा है। उन्होंने (मोदी सरकार ने ) राफेल से सम्बंधित झूठे दस्तावेज कोर्ट में जमा किये। गोवा, नागालैंड, तमिलनाडू और कर्नाटक के राज्यपाल अपनी शक्तियों का दुरूपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा “हम उन्हें देश के संघीय ढांचे को नष्ट नहीं करने देंगे। उन्हें रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है।”

By आदर्श कुमार

आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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