दो बार रेसलिंग में ओलंपिक पदक विजता रहे सुशील कुमार, महिला रेसलिंग रिओ गेम्स में कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और फेमस फोगाट बहनों को इस बार रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ग्रुप-ए कैटगिरी में जगह नही दी हैं।
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया जल्द ही देशभर के रेस्लर्स के लिए सेंट्रल कांट्रेक्ट का एलान करने वाली हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक भारत के सबसे सफल रेसलर्स सुशील कुमार और साक्षी मलिक को इस बार रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से ग्रुप-ए कैटिगिरी में नहीं रखा हैं। इन दोनो के साथ- साथ फोगाट बहनों को भी इस वर्ग से निकाल दिया गया हैं। इन चारो को इस बार ग्रुप-बी वर्ग में डालने के बारे में सोचा हैं।
रेसलिंग फेडरेशन के द्वारा इस बार रेसलर्स को 5 वर्गों में बांटा गया हैं जिसमें ग्रुप-ए को 30 लाख, ग्रुप-बी 20 लाख,ग्रुप-सी को 15 लाख, ग्रुप-डी 10 लाख और ग्रुप-ई को 5लाख दिए जाएंगे। प्लेयर्स को उनके प्रदर्शन के हिसाब से वर्ग में चुना जाएगा।
सुशील कुमार, फोगाट बहने और साक्षी मलिक रियो गेम्स के बाद किसी भी उपयोगिता में मेडल लाने मे सफल नहीं रहे है, इसलिए रेसलिंग फेडरेशन ने उन्हें इस बार ग्रुप-बी यानी 20 लाख वाले वर्ग में रखा हैं। 30 लाख के वर्ग मे इस बार विनेश फोगाट, पूजा ढांडा और बजरंग पूनिया को जगह दी गई हैं। रितु फोगाट और रवि कुमार को 20 लाख के वर्ग के लिए चुना गया हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सुशील कुमार और साक्षी मलिक को अभी अपने ग्रुप-बी में चुने जाने के बारे में पता नहीं हैं और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रपति ब्रजभूषण सिंह 2 दिसंबर से पहले उनसे बात करेंगे।